किसान सम्मान निधि: 9.75 करोड़ लाभार्थियों को भेजी गयी 2,000 रुपये वाली 9वीं किस्त

15 जुलाई 2021 तक सरकार ने ऐसे 42.16 लाख किसानों की पहचान कर ली थी जिन्होंने किसान सम्मान निधि का नाजायज़ फ़ायदा उठाया है। इन किसानों से सरकार को 29.93 अरब रुपये वसूलने हैं। इसीलिए किसान सम्मान निधि के योग्य लाभार्थी किसानों को चाहिए कि वो ये जाँच कर लें कि सत्यापन के बाद उन्हें योग्य पाया गया है या नहीं, क्योंकि संदिग्ध ब्यौरे वाले 50 लाख से ज़्यादा किसानों के खाते में 9 अगस्त को जारी होने वाली 2,000 रुपये की किस्त नहीं पहुँचेगी।

किसान सम्मान निधि: 9.5 करोड़ लाभार्थियों को भेजी गयी वाली 9वीं किस्त - Kisan of India

किसान सम्मान निधि (PMKSNY) की अगस्त से नवम्बर वाली नौवीं किस्त के 2,000 रुपये देश के 9.75 करोड़ किसानों के बैंक खातों में भेज दिये गये हैं। PMKSNY की मौजूदा किस्त के रूप में 19,500 करोड़ रुपये उन किसानों परिवारों को भेजे गये हैं जिन्होंने PM KISAN पोर्टल https://pmkisan.gov.in/  पर रज़िस्ट्रेशन करवा रखा है और जिनके ब्यौरे को उनकी राज्य सरकार सत्यापित कर चुकी है।

PMKSNY की आठवीं किस्त के कुल लाभार्थी 10,71,93,399 किसान परिवार थे। लेकिन अब ये संख्या घटकर 9.75 करोड़ हो गयी है। इस योजना के लाभार्थी किसान, लघु और सीमान्त श्रेणी के हैं, क्योंकि इनके पास 2 हेक्टेयर या 5 एकड़ तक की जोत है और इनके खेत इनके ख़ुद के ही नाम पर हैं। यदि आपने भी PMKSNY का लाभार्थी बनने के लिए आवेदन किया है और आप ये जानना चाहते हैं कि आपके बैंक खाते में किसान सम्मान निधि की मौजूदा किस्त की रकम पहुँची या नहीं तो आपको भी पीएम किसान पोर्टल पर जाकर अपने स्टेटस की जाँच करनी चाहिए।

किसान सम्मान निधि के लाभार्थी को लघु और सीमान्त श्रेणी का किसान होना चाहिए। दिसम्बर 2018 से शुरू हुई PMKSNY की शर्तें पूरी करने वाले किसान परिवार को 500 रुपये मासिक के हिसाब से सालाना 6,000 रुपये की सीधी सहायता दी जाती है। ये रक़म हर चौथे महीने 2-2 हज़ार रुपये की किस्त में सीधे लाभार्थी किसानों के बैंक खातों में भेजे जाते हैं। किसान के परिवार में उसकी पत्नी और नाबालिग सन्तानें शामिल हैं।

42 लाख किसानों से अब भी बाक़ी है वसूली

बीते फरवरी में सरकार को पता चला कि किसान सम्मान निधि के क्रियान्वयन में उसे कम से कम 2500 करोड़ रुपये की चपत लग चुकी है, क्योंकि सालाना 6,000 रुपये का लाभ कम से कम 33 लाख अयोग्य लोगों ने भी पा लिया है। इसके बाद राज्यों सरकारों को हरेक लाभार्थी के ब्यौरे का सत्यापन करने और अयोग्य लोगों से किसान सम्मान निधि की रकम वसूलने का आदेश दिया गया।

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अभी ये साफ़ नहीं है कि सत्यापन के ये काम अभी पूरा हुआ या नहीं। लेकिन ताज़ा आँकड़ों के मुताबिक, कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने संसद को बताया कि 15 जुलाई तक सरकार ने ऐसे 42.16 लाख किसानों की पहचान कर ली थी जिन्होंने किसान सम्मान निधि का नाजायज़ फ़ायदा उठाया है। इन किसानों से सरकार को 29.93 अरब रुपये वसूलने हैं। इसीलिए किसान सम्मान निधि के योग्य लाभार्थी किसानों को चाहिए कि वो ये जाँच कर लें कि सत्यापन के बाद उन्हें योग्य पाया गया है या नहीं, क्योंकि संदिग्ध ब्यौरे वाले 50 लाख से ज़्यादा किसानों के खाते में 9 अगस्त को जारी होने वाली 2,000 रुपये की किस्त नहीं पहुँचेगी।

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किस राज्य में मिली कितनी गड़बड़ी?

बक़ौल कृषि मंत्री, किसान सम्मान निधि को चपत लगाने वाले राज्यों में असम सबसे ऊपर है। वहाँ 8.35 लाख अयोग्य किसानों ने सबसे ज़्यादा 554 करोड़ रुपये हथिया लिये। दूसरे स्थान पर पंजाब है, जहाँ 438 करोड़ रुपये की वसूली होनी है। इसके बाद महाराष्ट्र में 358 करोड़, तमिलनाडु में 341 करोड़ और उत्तर प्रदेश में 259 करोड़ रुपये की वसूली किसानों से सरकार को करनी है। गुजरात के मामले में ये रकम 221 करोड़, मध्य प्रदेश में 196 करोड़, राजस्थान में 144 करोड़ और कर्नाटक में 129 करोड़ रुपये हैं। पश्चिम बंगाल में किसान सम्मान निधि योजना बीते मई से ही लागू हुई है लेकिन वहाँ भी 19 अयोग्य किसानों से 76 हज़ार रुपये की वसूली होनी है।

किसान कैसे जाँचे अपना स्टेटस?

किसान सम्मान निधि की 2000 रुपये वाली नौवीं किस्त में पैसा तभी किसानों के बैंक खाते में पहुँचेगा जब, पीएम किसान (PM Kisan) पोर्टल https://pmkisan.gov.in/पर उनके स्टेटस में ‘FTO is Generated and Payment confirmation is pending’ लिखकर आये। इसके लिए किसान को पोर्टल पर ‘Farmers Corner’ का विकल्प चुनना होगा और वहाँ ‘Beneficiary Status’ के ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद जो नया पेज खुलेगा, वहाँ अपना आधार नम्बर, बैंक खाता संख्या या मोबाइल नम्बर में से किसी एक विकल्प को चुनकर Get Data पर क्लिक करना पड़ेगा।

यदि पीएम किसान पोर्टल की सभी औपचारिकताएँ पूरी करने के बावजूद पात्र लाभार्थियों के बैंक खाते में 2,000 रुपये की किस्त नहीं आ रही है तो ऐसे आवेदक किसानों को अपने ज़िला कृषि अधिकारी, क़ानूनगो या लेखपाल से सम्पर्क करना चाहिए। यदि इससे भी बात नहीं बने तो केन्द्रीय कृषि मंत्रालय की हेल्पलाइन नम्बर 155261 या टोल फ्री नम्बर 1800115526 या फिर 011-23381092 पर भी कॉल करके भी जानकारियाँ ली जा सकती हैं।

स्टेटस के सन्देश के मायने क्या हैं?

Get Data को क्लिक करने के बाद यदि स्टेटस में Waiting for approval by state लिखा दिख रहा है तो समझ लीजिए अभी 2000 रुपये की रकम आपको मिलने में देर लगेगी, क्योंकि आपकी राज्य सरकार ने आपके खाते में 2000 रुपये भेजने के लिए अभी अपनी मंज़ूरी नहीं दी है। यदि ये लिखा मिले कि ‘FTO is Generated and Payment confirmation is pending’ तो समझिए कि आपके 2000 रुपये की किस्त रास्ते में है और जल्द ही आपके खाते में पहुँचने वाली है।

यदि आपके स्टेटस में ‘RFT Signed by State for 9th instalment’ लिखा मिल रहा है तो इसका मतलब है कि आपकी राज्य सरकार ने आपके ब्यौरे की जाँच करके आपके खाते में 2000 रुपये की किस्त भेजने की सिफ़ारिश कर दी है। यदि स्टेटस में ‘FTO is Generated and Payment confirmation is pending’ का मैसेज़ दिखायी देता है तो इसका मतलब है कि आपकी किस्त जल्द ही आपके बैंक खाते में भेज दी जाएगी। FTO का मतलब है Fund Transfer Order और RFT का अर्थ है Request For Transfer.

कौन हैं किसान सम्मान निधि के लिए अयोग्य?

सांसद, विधायक, मेयर, ज़िला पंचायत अध्यक्ष जैसे संवैधानिक पदों पर आसीन लोग, 10,000 रुपये से अधिक पेंशन पाने वाले, केन्द या राज्य सरकार के कर्मचारी, डॉक्टर, इंजीनियर, चार्टर एकाउंटेंट, वकील, आर्किटेक्ट जैसे पेशेवर और आयकर चुकाने वाले लोग भले ही वो किसान भी हों। सत्यापन प्रक्रिया के बाद पता चला कि 42.16 लाख अपात्र किसान सम्मान निधि पा रहे हैं। ये या तो आयकरदाता हैं या फिर इन्होंने फ़र्ज़ी दस्तावेज़ और स्थानीय अधिकारियों की मिलीभगत से ख़ुद को लाभार्थी बना लिया।

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