घर की बगिया में ऐसे उगाएं गुलाब, हमेशा महकती रहेगी ताजा खुशबू
Gulab ki Kheti – आइए जानते हैं गुलाब का पौधा लगाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि घर की बगिया में पूरे साल गुलाब के फूल खिलते रहे और उसकी खुशबू से आपका घर महकता रहे।
यूं ही गुलाब को फूलों का राजा नहीं कहा जाता। दुनिया में शायद ही कोई ऐसा होगा जिसे गुलाब का फूल या उसकी सुगंध पसंद ना हो। घर की बगिया में यदि गुलाब न हो तो बगिया भी अधूरी सी लगती है। आपको बता दें गुलाब पर्वतीय और मैदानी क्षेत्रों में अधिक उगाया जाता है। यह बहुवर्षीय पौधा है। इस पौधे को रोपने का सबसे उत्तम ठंडा वातावरण होता है।
सूरज की रोशनी का गुलाब पर गहरा प्रभाव पड़ता है। वैसे इसे तेज धूप की आवश्यकता होती है लेकिन ज्यादा प्रकाश की तीव्रता और कम तापमान होने पर इसमें फूल नहीं आते। आइए जानते हैं गुलाब का पौधा लगाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
ये भी पढ़े: अमरूद की खेती कर कमाया लाखों का मुनाफा, जानिए शीतल सूर्यवंशी की कहानी
ये भी पढ़े: ऐसे करें लहसुन की खास किस्मों की बुवाई, होगी अच्छी पैदावार
1. मिट्टी की गुणवत्ता
गुलाब के लिए ऐसी मिट्टी को सर्वोत्तम माना गया है जिसमें कार्बनिक पदार्थ की मात्रा ज्यादा हो। मिट्टी यदि बलुई या दोमट हो तो सर्वोत्तम है। इसके अतिरिक्त गोबर की खाद, फास्फोरस, पोटाश और दूसरे पोषक तत्वों को मिलाकर मिट्टी की गुणवत्ता को बढ़ाया जा सकता है। उन्हें मिलाने के बाद मिट्टी में क्यारी बना लें तथा ध्यान रहे कि पौधे के लिए मिट्टी को नम रखना आवश्यक होता है। चिकनी मिट्टी में गुलाब सही नहीं लग पाता।
2. कैसे लगाए
बाजार में गुलाब को सुखाकर बनाए गये बीज उपलब्ध होते हैं लेकिन आप चाहें तो इसे एक साल पुरानी कलम द्वारा भी दोबारा लगा सकते हैं। कलम विधि सबसे सरल और कम लागत की मानी जाती है। कलम लगाने के बाद जब अच्छी तरह जड़ें और तना विकसित हो जायें तो उन्हें दूसरे स्थान पर रोपित कर देना चाहिए।
ये भी पढ़े: घर बैठे मशरूम उगाकर भी कमा सकते हैं खूब पैसा, जानिए कैसे
ये भी पढ़े: आलू की खेती से कमाएं खूब पैसा, खाद की जगह काम ले पराली
3. देखभाल
पौधा रोपने के बाद इसकी सिंचाई फुहार विधि से करनी चाहिए। यदि गुलाब का पौधा गमले में लगाया गया है तो उस पर पानी का छिडक़ाव ऊपर की ओर से किया जाना चाहिये। इस विधि से पौधों में शाखाओं का फूटना जल्दी होता है। पानी की मात्रा का ध्यान पौधे के विकास और सूर्य की रोशनी की तीव्रता को ध्यान में रखकर किया जाता है।
माना जाता है कि गुलाब के पौधे में पानी सुबह 9 से शाम 3 बजे के बीच में ही देना चाहिए। जल्दी विकास हेतु पौधे में नाइट्रोजन युक्त खाद डालनी चाहिए। इसके अतिरिक्त खाद में नाइट्रेट, फास्फोरस, कैल्शियम, मैग्नीशियम, मैग्नीज, सल्फर आदि पोषक तत्वों का भी उपयोग करना चाहिए। पौधे के आस-पास उगने वाली खरपतवार को समय-समय पर निकल देना चाहिए। यदि पौधा एक ओर झुक रहा है, तो उसे सीधा रखने के लिए प्लास्टिक या लोहे के पाइप का प्रयोग भी किया जा सकता है।
4. कीटों से बचाव
गुलाब के पौधों पर सबसे अधिक हमला एफिड नामक प्रजातियों का होता है जिसका रंग हरा होता है। इसके अतिरिक्त लाल मकड़ी, रेड स्केल, रोजवेफर जैसे अन्य कीट भी इसकी पत्तियों को नुकसान पहुंचाते हैं। इनसे बचाव के लिए कीटनाशकों का प्रयोग करना चाहिए।