आईआईएम अहमदाबाद से पढ़ाई कर शिवेंद्र नौकरी करने दुबई चले गए थे लेकिन यह चार साल पहले की बात है। आज वह अपने ही देश में कृषि क्षेत्र में एक सफल स्टार्टअप से लाखों रुपए कमा रहे हैं। शिवेंद्र ने चार साल पहले एग्रीकल्चर सेक्टर में बार्टन बीज नाम से स्टार्टअप की शुरुआत की थी। वह ऑटोमेटेड सब्जियों की खेती करते हैं जिसमें मिट्टी और पेस्टीसाइड का इस्तेमाल नहीं होता।
आईआईएम अहमदाबाद के पूर्व छात्र शिवेंद्र बताते हैं कि वह बिना मिट्टी के घर की छत पर खेती करते हैं। इससे उगाई सब्जियों से लाखों रुपए कमा भी रहे हैं। मिट्टी का इस्तेमाल किए बिना पौधा उगाने की इस विधि को हाईड्रोपनिक्स कहा जाता है। कई देशों में इस तकनीक का इस्तेमाल कर फसलें उगाई जा रही हैं।
एक कतार में पौधे
शिवेंद्र कहते हैं कि इस विधि में पौधे एक कतार में उगाए जाते हैं। जहां इसेंशियल मिनरल्स और नॉर्मल खेती के मुकाबले केवल 20 प्रतिशत पानी, धूप और 80 से 85 प्रतिशत ह्यूमिडिटी के जरिए 5 से 8 इंच के पौधे उगाए जाते हैं।
1 लाख में 10 टॉवर
दो मीटर ऊंचे एक टॉवर में लगभग 35 से 40 पौधे लगाए जा सकते हैं। वह 400 पौधे वाले 10 टॉवर एक लाख रुपए में बेचते हैं। इसके बाद बीज और खाद का ही खर्च होगा।