अब गौपालन के साथ-साथ गाय के गोबर से बनाएं पेपर बैग और कमाएं अच्छा मुनाफा

क्या आपने कभी ऐसा सुना है कि गाय के गोबर से पेपर बैग बनाया जा सकता है? तो आज हम आपको बताएंगे कि गाय के गोबर से किस प्रकार आप पेपर बैग बनाकर अपनी वित्तीय समस्याओं को खुद से दूर कर सकते हैं। तो आइए पढ़ते हैं विस्तार से।

Cow Dung पेपर बैग

गोबर से बनाएं पेपर बैग: कई बार कृषि के क्षेत्र में किसानों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कभी-कभी अधिक या कम बारिश होने की स्थिति में सूखा पड़ जाने से या अन्य किसी भी प्रकार के प्राकृतिक आपदाओं के कारण किसानों की फसलें खराब हो जाती हैं और उन्हें वित्तीय समस्याओं का सामना करना पड़ जाता है।

सरकार किसानो की इस समस्या को दूर करने के लिए कई तरह की योजनाओं से उन्हें जोड़ने का काम कर रही है। लेकिन किसानों को खेती के साथ-साथ किसी अन्य कृषि व्यवसाय से खुद को जोड़ना बहुत ही आवश्यक हो जाता है।

Kisan of india facebook

आज हम आपके लिए एक ऐसी ही खबर लेकर आए हैं जिसे पढ़कर आपका मन प्रसन्न हो जाएगा। क्या आपने कभी ऐसा सुना है कि गाय के गोबर से पेपर बैग बनाया जा सकता है? तो आज हम आपको बताएंगे कि गाय के गोबर से किस प्रकार आप पेपर बैग बनाकर अपनी वित्तीय समस्याओं को खुद से दूर कर सकते हैं। तो आइए पढ़ते हैं विस्तार से।

Kisan of India youtube

ये भी पढ़ें: 250 ग्राम गुड़ से बनाएं मटका खाद, फसल की पैदावार हो जाएगी डबल

गाय के गोबर से कैसे बनाएं पेपर बैग?

  • सबसे पहले गाय के गोबर की पूर्ण रूप से सफाई की जाती है। गोबर में मौजूद कंकड़ पत्थर जैसे सभी वस्तुओं को अलग करके निकाल दिया जाता है।
  • साफ किए गए गोबर को करीब 90 से 100 डिग्री सेल्सियस पर उबाला जाता है। बता दें कि इसमें पानी के अलावा किसी भी अन्य प्रकार के रसायन का उपयोग नहीं किया जाता है।
  • उसके बाद गोबर में कागज की लुगदी मिलाई जाती है और मिश्रण के बाद पानी को अलग कर दिया जाता है। इसके बाद गोबर को एक फ्रेम में लिया जाता है जिसमें लुगदी को अच्छी तरह से फैला दिया जाता है।
  • इन सारे कामों के बाद इसे सूखने के लिए सूरज की तेज रोशनी में रख दिया जाता है। इसके सूखने के बाद आप इसे बैग बना सकते हैं और अपने मनपसंद कलर से इसे रंग सकते हैं।

ये भी पढ़ें: Kisan Vikas Patra Scheme: स्कीम में निवेश करने पर पैसा हो जाएगा डबल, जानें डिटेल्स

मशीनों का करें उपयोग

मशीनों के बीना भी गोबर से पेपर बैग का उत्पादन किया जा सकता है लेकिन उसमें ज्यादा शारीरिक श्रम की आवश्यक्ता होती है और उत्पादन भी कम होता है। मशीन की सहायता से बहुत ही कम समय में गोबर को साफ करके, उबाल कर और सुखा कर बड़ी मात्रा में पेपर बैग का उत्पादन किया जा सकता है।

मशीनों की लागत

गाय के गोबर से पेपर बैग बनाने के लिए जिस मशीन का उपयोग किया जाता है उसे स्थापित करने के लिए 5 से 15 लाख रूपए तक की लागत चाहिए। गाय के गोबर से पेपर बैग बनाने के लिए क्षमतानुसार 5 से 15 लाख रुपये में मशीन स्थापित की जा सकती है।

ये भी पढ़ें: मोदी सरकार की ये 29 स्कीम्स लाखों किसानों को देगी प्रोफिट, 15000 को नौकरी भी मिलेगी

कहां स्थापित करें प्लांट?

इस पेपर बैग को बनाने का प्लांट ऐसे जगह पर स्थापित करना बेहतर होगा जहां कच्चे माल के रूप में उपयोग होने वाला गाय का गोबर बेहद ही आसान तरीके से उपलब्ध हो सके। उस जगह पर बिक्री और मार्केटिंग के साधन एवं बाजार तक पहुंचना भी आसान होना चाहिए। इससे आपको आर्थिक रूप से फायदा भी होगा।

एक महीने में तैयार करें एक लाख बैग

इस प्लांट से 1 महीने में करीब एक लाख पेपर बैग तैयार किए जा सकते हैं। जानकारी के मुताबिक सरकार द्वारा स्थापित प्लांट के लिए किसानों से 5 रूपए के हिसाब से प्रति किलो गाय का गोबर भी लिया जाएगा। जिससे किसानों की अतिरिक्त कमाई भी होगी क्योंकि 1 दिन में प्रत्येक गाय कम से कम 10 किलो गोबर करती हैं।

ये भी पढ़ें: केले की नर्सरी से महज एक महीने में की 5 लाख की आमदनी, आप भी शुरु कर सकते हैं बिजनेस

परीक्षण कराना सबसे महत्वपूर्ण

यह प्लांट 15 से 20 दिनों में स्थापित किया जा सकता है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि प्लांट के संचालन के लिए जरूरी परीक्षण कुमारप्पा नेशनल हैंडमेड पेपर इंस्टीट्यूट से प्राप्त किया जाना चाहिए। आप प्लांट स्थापित करने वाले इंजीनियरों से भी इसकी परीक्षण ले सकते हैं।

Kisan of India Instagram
सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।
मंडी भाव की जानकारी

ये भी पढ़ें:

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top