प्रदूषण जांच केंद्र खोल कर शुरू करें नया बिजनेस, कमाएं 50,000 हर महीने

नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद से प्रदूषण जांच केंद्र खोलना अच्छा आइडिया है। इससे महीने की लगभग 50 से 60 हज़ार तक इनकम हो सकती है।

सरकार ने नया मोटर व्हीकल एक्ट (New Motor Vehicle Act 2023) लागू कर दिया है। इस एक्ट के लागू होने के बाद प्रदूषण जांच केंद्रों का काम काफी बढ़ गया है। या यूं कहें कि प्रदूषण जांच केंद्र एक नए बिजनेस के रूप में उभर कर सामने आया है।

अब हर व्यक्ति को अपने वाहन की प्रदूषण जांच करवानी आवश्यक हो गई है, ऐसे में प्रदूषण जांच केंद्र खोलना अच्छा आइडिया है। इससे महीने की लगभग 50 से 60 हज़ार तक इनकम हो सकती है।

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इस एक्ट के आने के बाद प्रदूषण जांच केंद्र को बिजनेस के रूप में किया जा सकता है। खुशी की बात यह है कि जन सेवा केंद्र को प्रदूषण जांच केंद्र की मान्यता दे दी गई है। इस कारण सभी वाहनों के डीलर्स अपने सर्विस सेंटर में प्रदूषण जांच केंद्र खोल सकते हैं। राज्य सरकार भी प्रदूषण जांच केंद्र बढ़ाने पर जोर दे रही है।

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राज्य को प्रदूषण रहित रखने का प्रयास करने की ओर यह कदम बढ़ाया गया है। इतना ही नहीं आमजन भी प्रदूषण जांच केंद्र खोल सकते हैं।

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प्रदूषण जांच केंद्र कैसे खोलें

प्रदूषण जांच केंद खोलने के लिए लाइसेंस की जरूरत होती है। जो मात्र 5 से 10 हज़ार रूपए में प्राप्त किया जा सकता है। इस बिजनेस से रोजाना लगभग 5 हज़ार तक कमाई हो सकती है। प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के लिए जगह व उपकरणों की जरूरत होती है। थोड़े बहुत निवेश के बाद आप बड़ा मुनाफा कमा सकते हैं।

प्रदूषण जांच केंद्र खोलने हेतु शर्तें

  • प्रदूषण जांच केंद्र पेट्रोल पंप या ऑटोमोबाईल वर्कशॉप के पास ही खोला जा सकता है।
  • यह केंद्र केवल पीले रंग के केबिन में ही खोल सकते हैं।
  • जिस केबिन में आप प्रदूषण जांच केंद्र खोल रहे हैं, उसकी लंबाई 2.5 मीटर, चौडाई 2 मीटर और ऊंचाई 2 मीटर होनी चाहिए।
  • प्रदूषण जांच केंद्र पर लाइसेंस का नंबर लिखना अनिवार्य होता है।
  • यह केंद्र केवल वही व्यक्ति चला सकता है, जिसके नाम पर लाइसेंस होगा।
  • प्रदूषण जांच करते समय पूछी गई जानकारी को लगभग 1 साल तक कंप्यूटर में सुरक्षित रखना होगा। ताकि आवश्यकता पड़ने पर उसका उपयोग किया जा सके।
  • प्रदूषण जांच केंद्र खोलने वाले को एक नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट लेना होगा, जो अपने क्षेत्र के आरटीओ से प्राप्त होगा।

जो व्यक्ति प्रदूषण जांच केंद्र चला रहा है, उसे किसी भी गाड़ी की जांच के बाद प्रदूषण सर्टिफिकेट देना होगा और सरकार से प्राप्त स्टीकर भी लगाना होगा। यह स्टीकर लगाना अनिवार्य होता है।

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आवश्यक उपकरण
प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के लिए उद्यमी को कुछ आवश्यक उपकरण लगाने होंगे। जैसे-

  • कंप्यूटर
  • इंटरनेट कनेक्शन
  • यूएसबी वेब कैमरा
  • पावर सप्लाई
  • स्मोक एनालाइजर
  • इंकजेट प्रिंटर
  • जरूरी दस्तावेज

प्रदूषण जांच केंद्र खोलने वाले उद्यमी के पास कुछ दस्तावेज होना आवश्यक है। इनमें शामिल हैं-

  • डीजल मैकेनिक्स सर्टिफिकेट
  • ऑटो मैकेनिक्स सर्टिफिकेट
  • मोटर मैकेनिक्स सर्टिफिकेट
  • स्कूटर मैकेनिक्स सर्टिफिकेट
  • ऑटोमोबाइल इंजिनियरिंग सर्टिफिकेट
  • इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट से प्रमाणित सर्टिफिकेट

आवेदन कैसे करें
प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के लिए आवेदन की प्रकिया पूरी करनी होगी। जैसे-

  • सबसे पहले आपको राज्य की प्रदूषण जांच केंद्र की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
  • अब आपके सामने ऑनलाइन अप्लाई करने के लिए आवेदन फॉर्म आएगा।
  • अब आप आवेदन में पूछी गई जानकारियों को भर दें। फिर Submit के बटन पर क्लिक कर दें।
  • रजिस्ट्रेशन की यह प्रकिया पूरी होने के बाद ही आप प्रदूषण जांच केंद्र के लिए आवेदन करने के लिए मान्य होंगे। जानकारी पूरी न होने की स्थिति में आप आवेदन नहीं कर पाएंगे।
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