किसान साथियों, क्या आप AgriCentral App के बारे में जानते हैं? कई फ़ीचर्स से है लैस

खेती-किसानी की हर समस्या को दूर करता है ये ऐप

कृषि क्षेत्र में तकनीक से लेकर तौर-तरीकों तक में बदलाव हो रहे हैं। टेक्नोलॉजी के ज़रिए किसानों को फ़ायदा पहुंचाया जा रहा है। हम जिस ऐप का ज़िक्र कर रहे, वो एडवांस्ड टेक्नोलॉजी के ज़रिए किसानों को खेती-किसानी से जुड़ी हर वो जानकारी देता है, जो किसान के लिए जानना बहुत ज़रूरी है।

किसान दिन-रात खेत में पसीना बहाकर कड़ी मेहनत से अपनी फसल लगाता है, उसका रखरखाव करता है। ऐसे में जब मौसम की मार, प्राकृतिक आपदा या कीटों के प्रकोप से उसकी फसल बर्बाद होती है तो उसे भारी नुकसान उठाना पड़ता है। ऐसे में एक ऐप किसानों की इन सभी परेशानियों को दूर कर सकता है। इस लेख में हम जिस ऐप का ज़िक्र करने जा रहे हैं, उसके 5 मिलियन से भी ज़्यादा यूज़र्स हैं और गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) पर इस ऐप की रेटिंग 4.1 है। इस लेख में हम आपको ऐप के बारे में विस्तार से बताएंगे कि आखिर इस ऐप में ऐसा क्या है, जो बड़ी संख्या में किसान इसका इस्तेमाल कर रहे हैं।  

क्या है AgriCentral App?

इस ऐप का नाम है एग्री सेंट्रल (AgriCentral)। ये ऐप एडवांस्ड टेक्नोलॉजी के ज़रिए किसानों को फसल पर लगने वाले रोग और कीट के उपचार से लेकर फसल की कटाई-बुवाई कब और कैसे करनी है, किन बातों का ख्याल रखना है, इन सबके बारे में बताता है। इस ऐप में फसल की फ़ोटो खींचकर किसान अपलोड कर फसल पर लगने वाले रोग और उसके इलाज के बारे में जान सकते हैं।  

जानिए इस ऐप के बेहतरीन फ़ीचर्स:

फ़ार्म वॉयस: ये फ़ीचर देशभर के किसानों को एक-दूसरे से और कृषि विशेषज्ञों से जोड़ता है। इसमें आप खेती-किसानी से जुड़ी कोई भी जानकारी ले सकते हैं। नए उत्पाद, किसी तकनीक के बारे में जानकारी लेनी हो या अपनी सफलता की कहानी भी आप इसमें डालकर दूसरे किसानों को प्रोत्साहित कर सकते हैं। यहां आपको अन्य किसानों के पोस्ट भी दिखाई देंगे। इसमें तस्वीर डालने का भी ऑप्शन किसानों को मिलता है। अपना विषय चुने और उसके बारे में लिख दें। कृषि से संबंधित किसी भी विषय पर चर्चा के लिए ये अच्छा मंच है। 

agricentral app (एग्रीसेंट्रल ऐप )

 

क्रॉप केयर: इस फ़ीचर की मदद से किसान पता लगा सकते हैं कि किस रोग या कीट से आपकी फसल को नुकसान पहुंच रहा है। इमेज आइडेंटीफिकेशन की मदद से ये ऐप कीट और रोग का पता लगाता है। साथ ही किसान फसल सुरक्षा और रोग प्रतिबंध के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले रसायनों की कितनी खुराक लेनी है, कौनसी दवाई डालनी है, इसकी जानकारी इस ऐप के ज़रिए पा सकते हैं। इस फ़ीचर में आपको फसल की तस्वीर खींचकर अपलोड का भी ऑप्शन मिलता है। 

agricentral app (एग्रीसेंट्रल ऐप )

 

क्रॉप प्लान: ये फ़ीचर वैज्ञानिक विधियों द्वारा उपज को कैसे बढ़ाया जाए, इसको लेकर मदद करता है। आप जिस फसल की खेती करते हैं वो चुनिए और बुवाई की तारीख डालें और फिर क्रॉप प्लान आपको कम लागत में फसल की पैदावार बढ़ाने के लिए की जाने वाली ज़रूरी कृषि गतिविधियों का कैलेंडर तैयार करके दे देगा। इस फ़ीचर में आपको उर्वरकों, कीटनाशकों और कई कृषि रसायनों के अच्छे ब्रांडों की जानकारी भी मिलेगी, जो खेती में पैदावार और गुणवत्ता को बढ़ाने में मदद कर सकती है। 

agricentral app (एग्रीसेंट्रल ऐप )

 

मार्केट व्यू: ये फ़ीचर किसानों को मंडी के चल रहे ताजा भाव की जानकारी देता है। फसल की केटेगरी जैसे अनाज, जौ, मसाले, दाल चुनने के बाद जिस राज्य की मंडी का भाव जानना चाहते है वो चुन लें और उस फसल का भाव आपको उसी वक़्त पता लग जाएगा। बाजारभाव के उतार-चढाव का रुझान देखकर आप अपनी फसल को कब और कहां बेचना है, ये तय कर सकते हैं।

 

मौसम: इस ऐप में आपको मौसम से जुड़ी जानकारी भी मिलती है। इसमें किसान 15 दिनों तक के मौसम के पूर्वानुमान के बारे में जान सकते हैं। इससे किसानों को उनकी कृषि गतिविधियों की योजना बनाने और फसल को नुकसान से बचाने में मदद मिलती है। 

 कैसे और कहां से डाउनलोड करें ऐप: 

इस ऐप को इंस्टॉल करना बेहद आसान है। गूगल प्ले स्टोर पर ये ऐप AgriCentral नाम से आपको मिल जाएगा। इस ऐप को खोलते ही ये आपसे भाषा का विकल्प पूछेगा। ये ऐप अभी पांच भाषाओं में उपलब्ध है। कोई भी एक भाषा चुने। इसके बाद साइन-अप की विंडो खुलकर आएगी। इसमें अपना नाम, मोबाइल नंबर डालकर ‘ओटीपी भेजें’ पर क्लिक कर दें। फिर आपके मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा उसे भर दें और लॉग-इन करलें। 

 

लॉग-इन करते ही ये आपसे ऐप पर अपनी प्रोफाइल को पूरा करने के लिए कहेगा। इसे आप बाद में भी कर सकते हैं। इसके बाद आप कहां रहते हैं, उसे लोकेट करने की ये पर्मिशन मांगेगा। ये पर्मिशन इसलिए मांगी गई है ताकि आप कहां रहते हैं उस क्षेत्र के मौसम और बाज़ार भाव की ये ऐप आपको सटीक जानकारी दे सके। इसके बाद आपके सामने ऐप का मेन डैश्बोर्ड खुलकर आ जाएगा जहां आपको ऊपर बताए गए सारे फ़ीचर्स नज़र आएंगे। 

 

अगर हमारे किसान साथी खेती-किसानी से जुड़ी कोई भी खबर या अपने अनुभव हमारे साथ शेयर करना चाहते हैं तो इस नंबर 9599273766 या [email protected] ईमेल आईडी पर हमें रिकॉर्ड करके या लिखकर भेज सकते हैं। हम आपकी आवाज़ बन आपकी बात किसान ऑफ़ इंडिया के माध्यम से लोगों तक पहुंचाएंगे क्योंकि हमारा मानना है कि देश का  किसान उन्नत तो देश उन्नत।

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