अमरूद की खेती (Guava Farming): अमरूद की इस किस्म से किसान कर रहे लागत से दोगुनी कमाई

हल्के लाल रंग का दिखने वाला अर्का किरण अन्य किस्मों की तुलना में जल्दी पक जाती है। इसका फल उस समय भी बाज़ार में उपलब्ध रहता है, जब अन्य किस्में नहीं होती। इस किस्म की अमरूद की खेती करके कैसे किसानों को लाभ हो रहा है, जानिए इस लेख में।

arka kiran guava farming अमरूद की खेती guava cultivation

देश के किसानों को कैसे फ़ायदा पहुंचे, उनकी आमदनी में कैसे इज़ाफ़ा हो, इसे लेकर कृषि वैज्ञानिक नए-नए प्रयोग करते रहते हैं। ऐसे ही प्रयोगों में फल, सब्जियां और अनाज की नई-नई किस्में शामिल है, जिनके उत्पादन से किसान अधिक लाभ कमा सकते हैं। इसी कड़ी में बेंगलुरू स्थित बागवानी अनुसंधान केन्द्र ने अमरूद की खेती करने वाले किसानों के लिए अमरूद की एक उन्नत और नई किस्म ईजाद की। अमरूद की इस उन्नत किस्म का नाम अर्का किरण एफ -1 है।

arka kiran guava farming अमरूद की खेती guava cultivation
तस्वीर साभार: ICAR-IIHR

किसानों की आमदनी बढ़ाने में मददगार ये किस्म

हल्के लाल रंग की दिखने वाली इस अमरूद की किस्म अन्य किस्मों की तुलना में जल्दी पक जाती है। इस फल के पौधे काफ़ी फलदार होते हैं। इसका फल उस समय भी बाज़ार में उपलब्ध रहता है, जब अन्य किस्में नहीं होती। ऐसे में इसका भाव अच्छा मिलता है। इस फल की उपज को किसान 35,000 रुपये प्रति टन की दर से बाज़ार में बेच सकते हैं। वहीं इसके एक लीटर जूस की कीमत 60 रुपए तक होती है।

आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले के इसुका दारसी गाँव में रहने वाले जी. क्रांथि कुमार अर्का किरण किस्म की अमरूद की खेती से ही सालाना औसतन 2.63 लाख रुपये कमा रहे हैं। अर्का किरण की खेती लागत से दोगुना मुनाफ़ा देती है। इस तरह से अमरूद की खेती के पहले साल में 2.45 लाख रुपए कमाए और दूसरे साल में 3 लाख रुपए प्रति एकड़ के निवेश के साथ 7 लाख रुपये तक मुनाफ़े की उम्मीद है। यही कारण है कि यह किस्म किसानों को आर्थिक रूप से मज़बूत करने में महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

arka kiran guava farming अमरूद की खेती guava cultivation
तस्वीर साभार: ICAR

जो किसान इसकी खेती से संबंधित कोई भी जानकारी और विशेष ट्रेनिंग लेना चाहते हैं वो इसका प्रशिक्षण नज़दीकी भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) से प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही आप ICAR की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर दिए गए नंबरों पर संपर्क कर जानकारी ले सकते हैं।

arka kiran guava farming अमरूद की खेती guava cultivation
तस्वीर साभार: indiagardening

अमरूद की खेती (Guava Farming): अमरूद की इस किस्म से किसान कर रहे लागत से दोगुनी कमाई

अर्का किरण की खेती से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें

अर्का किरण की खेती के लिए एक एकड़ भूमि में लगभग 2 हजार पौधों की जरूरत पड़ती है। इसकी बागवानी के लिए लाइन से लाइन की दूरी दो मीटर और पौधे से पौधे की दूरी एक मीटर होनी चाहिए। अर्का किरण की बागवानी साल में दो बार की जा सकती है। अति उच्च घनत्व मैदानी वाले इलाकों में किसान इसकी खेती फरवरी तथा सितंबर महीने में कर सकते हैं।

स्वास्थ्य के लिहाज़ से भी लाभकारी

100 ग्राम अर्का-किरण अमरूद में 7 .14 मिली ग्राम लाइकोपीन की मात्रा पाया जाती है। लाइकोपीन में सबसे अधिक एंटीऑक्सीडेंट के गुण पाए होते हैं, जो मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए उपयोगी होते हैं। यह शरीर में कई तरह की बीमारियों और रोगों से लड़ने के लिए प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।

सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top