नीम का मानव शरीर को निरोगी व स्वस्थ बनाये रखने के लिए औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता रहा है। आयुर्वेद में भी नीम का विशेष स्थान रहा है। पौधों और खेतों की सेहत बनाए रखने में भी अब इसका इस्तेमाल किया जाने लगा है। इसके उपयोग व गुणों को देखते हुए कई बड़ी कम्पनियां भी नीम की खाद बनाने लगी हैं।
वर्तमान में इसकी लोकप्रियता में भारी इजाफा होने का कारण यह है कि यह खाद पर्यावरण पर्यावरण के अनुकूल है।
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यह प्राकृतिक जैविक खाद और मिट्टी कंडीशन है जो मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करती है। इसके उपयोग से फलों व पौधों में आश्चर्यजनक वृद्धि होती है।
उपयोग के लाभ
नीम की खाद सौ प्रतिशत प्राकृतिक है, जिसके कारण इसे सभी फसलों, फलों और सब्जियों के लिए उपयोगी माना गया है। यह पौधों में पोषक तत्व को बढ़ाती है। इसके प्रयोग से नेमाटोड और अन्य कीटों से सुरक्षा होती है। जिसकी वजह से अन्य कीटनाशकों का उपयोग बहुत कम हो जाता है। इसके अतिरिक्त ये पत्ती की सतह क्षेत्र, क्लोरोफिल सामग्री को बढ़ाती है। जिसके कारण पौधे के आकार और उपज की भी बढ़ोतरी होती है।