Pantnagar Kisan Mela 2022: पंतनगर किसान मेला 14 से 17 अक्टूबर तक, जानिए इस बार क्या है ख़ास

हर साल पंतनगर किसान मेला 2022 का इंतजार किसानों को रहता है। इसमें बीजों की उन्नत किस्मों की बिक्री होती है। साथ ही किसानों को खेती की उन्नत तकनीकों के बारे में जानकारी मिलती है।

पंतनगर किसान मेला 2022 pantnagar kisan mela 2022

उत्तराखंड के गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में हर साल दो बार कृषि मेले का आयोजन किया जाता है। इस साल 24 मार्च से 27 मार्च तक 111वें कृषि मेले का आयोजन हुआ था। अब 14 से 17 अक्टूबर तक 112वें अखिल भारतीय किसान मेला एवं उद्योग प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। GBPUAT के निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि इस प्रसिद्ध किसान मेले में स्टॉल लगाने के लिए व्यावसायिक फ़र्मों के पंजीकरण शुरू हो गए हैं। 

मेले में विभिन्न उत्पादों, जैसे कृषि मशीनरी में ट्रैक्टर, कम्बाइन हार्वेस्टर, पॉवर टिलर, प्लांटर, सिंचाई यंत्र व अन्य आधुनिक यंत्र, कीटनाशी, खरपतवारनाशी व रोगनाशी, उर्वरक, पशु पोषण व पशुचिकित्सा उत्पाद, औषधीय पौध उत्पाद, बीज एवं पौध इत्यादि से सम्बन्धित फ़र्म अपने स्टॉल लगाकर किसानों को अपने उत्पाद की तकनीकी जानकारी देने के साथ-साथ बिक्री करते हैं। 

पंतनगर किसान मेला 2022 pantnagar kisan mela 2022

इसके अलावा, हस्तकला, ग्रामीण उद्योग,प्रोसेसिंग एंड वैल्यू एडीशन, सूचना एवं प्रौद्योगिकी, घरेलू उत्पाद, सौर ऊर्जा प्रयोग से संबंधित स्टॉल आपको किसान मेले में देखने को मिलेंगे। कई बैंक, कृषि से सम्बन्धित शोध संस्थान, निजी क्षेत्र के संस्थान भी मेले में प्रतिभागिता कर अपनी-अपनी योजनाओं, उपलब्धियों व उत्पादों का प्रचार किसानों व मेले में आये अन्य लोगों के बीच करते हैं।

पंतनगर किसान मेला 2022 का उद्घाटन 14 अक्टूबर की सुबह 11 बजे किया जाएगा, जो विश्वविद्यालय परिसर स्थित गांधी हॉल में होगा। उद्घाटन के साथ ही कृषि मेला प्रांगण में फल, फूल, सब्जियों और अन्य कृषि उत्पादों की प्रदर्शनियां शुरू हो जाएंगी।

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उत्पादकों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ावा देने और प्रतिभागियों के साथ-साथ दर्शकों की दिलचस्पी बढ़ाने के लिए कृषि मेले के दौरान ही विभिन्न प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गई हैं।

पंतनगर कृषि मेले के दूसरे दिन 15 अक्टूबर को दोपहर 2 बजे शैक्षणिक डेयरी फ़ार्म नगला की ओर से संकर बछियों की नीलामी की जाएगी। हाल के वर्षों में देसी गायों की संकर प्रजातियों को लेकर काफ़ी अनुसंधान किया गया है, ताकि ज़्यादा दुधारू प्रजातियां पशुपालकों को मिल सकें।  पशु चारे की महंगाई और कम दूध देने या दूध नहीं देने वाली गायों को लोग खुले में छोड़ दिया करते हैं। ऐसे में गोविंद बल्लभ पंत में आयोजित हो रहे कृषि मेले में पशुपालन से जुड़ी जानकारियां दूर-दूर से आने वाले पशुपालकों के लिए फ़ायदेमंद हो सकती हैं।

16 अक्टूबर को पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय की ओर से पशु प्रदर्शनी सुबह 10 बजे से आयोजित की जाएगी। इसमें गाय और भैंस की प्रदर्शनी के अलावा पशु प्रतियोगिता का भी सत्र रखा गया है। पशुपालकों को इस प्रदर्शनी में अलग-अलग नस्लों की गाय और भैंस के बारे में जानकारी मिल सकेगी।

पंतनगर किसान मेला 2022 pantnagar kisan mela 2022

Pantnagar Kisan Mela 2022: पंतनगर किसान मेला 14 से 17 अक्टूबर तक, जानिए इस बार क्या है ख़ास

पंतनगर कृषि मेले में मत्स्य उत्पादन प्रदर्शनी और प्रतियोगिता

गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय भी इस दिशा में लगातार काम कर रहा है। विश्वविद्यालय में मत्स्य विज्ञान महाविद्यालय है, जहां स्नातक, स्नातकोत्तर, परास्नातक की पढ़ाई होती है। इसके पाठ्यक्रम में मत्स्य उत्पादन में वृद्धि, मत्स्य उत्पादन विविधिकरण, मत्स्य उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार, मछली की विभिन्न प्रजातियों का विकास शामिल है। पंतनगर विश्वविद्यालय मत्स्य उत्पादकों को उन्नत मत्स्य बीज तकनीकी की जानकारी देने और मत्स्य पालन से जुड़ी समस्याओं का निदान बताने के लिए काम करता रहा है। ऐसे में 14 से 17 अक्टूबर तक हो रहे अखिल भारतीय किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी में मत्स्य पालकों और मछली पालन से जुड़े लोगों को उनके काम की ज़रूरी जानकारियां मिल सकेंगी।

कैसे पहुंचें गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय?

पंतनगर सड़क, रेल और वायु मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा इलाका है, जहां पहुंचने के लिए आप अपनी सुविधा के मुताबिक कोई भी मार्ग चुन सकते हैं। दूरी की बात करें तो पंतनगर देश की राजधानी दिल्ली से 250 किलोमीटर और उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से 360 किलोमीटर दूर है। नैनीताल से सड़क मार्ग से 65 किलोमीटर दूर स्थित पंतनगर बरेली-नैनीताल राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ा है। हर जगह से यहां के लिए बसें पर्याप्त संख्या में चलती हैं और सीधे दिल्ली के आनंद विहार अंतर्राज्यीय बस अड्डा से भी पंतनगर के लिए बसें चलती हैं।

रेलमार्ग की बात करें तो नॉर्थ ईस्ट रेलवे के लालकुआं सेक्शन से जुड़े लालकुआं स्टेशन से पंतनगर विश्वविद्यालय की दूरी क़रीब 6.5 किलोमीटर है। दिल्ली-रामपुर काठगोदाम सेक्शन पर स्थित हल्दी रोड रेलवे स्टेशन से गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय 3.5 किलोमीटर है। अगर आप रुद्रपुर शहर से यहां पहुंचना चाहें तो भी ज़्यादा दूरी नहीं है, रुद्रपुर रेलवे स्टेशन से 12 किलोमीटर दूर स्थित है पंतनगर विश्वविद्यालय।

अगर हवाई मार्ग से भी आप आना चाहें तो मुश्किल नहीं है। हल्दी रोड रेलवे स्टेशन के पास ही एयरपोर्ट भी है और दिल्ली से यहां के लिए शनिवार, रविवार, बुधवार और शुक्रवार को विमान सेवा उपलब्ध है।

सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।

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