खुले आसमान के नीचे.. हजारों लोगों के बीच… एक-दूसरे से अनजान लेकिन एक-दूसरे के साथ… देश के किसान किस तरह कड़ाके की सर्दी और खराब मौसम का सामना कर रहे हैं। यह देखना हो तो आप सिंधु बॉर्डर पर देख सकते हैं जहां आप देखेंगे कि किस तरह छोटे-छोटे पोर्टेबल टेंटों में एक पूरी दुनिया बसा दी गई है। एक ऐसी दुनिया जो हमारी दुनिया से अलग नहीं है लेकिन फिर भी अलग दिखती है।
कोई भी किसान अपना आधार कार्ड देकर इन टेंट्स को अपने नाम अलॉट करवा सकता है और रह सकता है। इनके आस-पास ही नित्यकर्म करने और नहाने-धोने की सुविधाएं भी जुटाई गई हैं। हालांकि ये टेंट घर का सा अनुभव तो नहीं देते लेकिन इस बात की तसल्ली देते हैं कि आप सुकून से हैं और सुरक्षित हैं। जानिए दिल्ली के हाईवे पर किसानों का घर बने इन टेंट्स की कहानीI