ऊसर भूमि में अधिक लवणता और जल सोखने की क्षमता कम होती है

ICAR-CSSRI द्वारा विकसित तकनीक से आंवला, अमरूद, बेर, और करौंदा जैसे फलों के पेड़ों की खेती संभव हुई है

इन पेड़ों की खेती न केवल ऊसर मिट्टी में अच्छी कमाई देती है, बल्कि लवणीयता कम कर उपजाऊ बनाती है

देश में 67.3 लाख हेक्टेयर ऊसर भूमि है, जिसे उपजाऊ बनाकर कृषि उत्पादन में बढ़ोतरी हो सकती है

पेड़ों की जड़ें गहराई तक नमी पहुंचाती हैं, पत्तियों से बनी जैविक खाद मिट्टी की संरचना में सुधार करती है

शोध में पाया गया कि आंवला के पौधों ने मिट्टी की गुणवत्ता में सबसे ज्यादा सुधार किया, जबकि इमली व अनार का कम

इस तकनीक को अपनाकर किसान बंजर भूमि को उपजाऊ बागों में बदल सकते हैं