बकरी को घूमते हुए चरना पसन्द है, लेकिन यूपी और गंगा के मैदानी इलाकों में बरबरी नस्ल की बकरियों को खूंटों से बांध पाला जा सकता है
जमुनापारी नस्ल आगरा और इटावा में मिलने वाली इस बकरी की नस्ल को दूध और मांस के लिए पाला जाता है।
जमुनापारी नस्ल आमतौर पर सफ़ेद रंग की होती है और इसके शरीर पर काले भूरे रंग के धब्बे होते हैं
बरबरी नस्ल राजस्थान और उत्तर प्रदेश में मिलती है। इसका आकार छोटा, छोटे कान और छोटे सींग होते हैं। इसका रंग सफ़ेद और भूरा होता है
ब्लैक बंगाल वेस्ट बंगाल और असम में मिलती है, इसका साइज़ छोटा होता है। रंग काला/भूरा, सींग ऊपर की ओर उठे, छाती चौड़ी होती है
बीटल पंजाब और हरियाणा की नस्ल है, इनका रंग भूरा, कान लंबे और सींग पीछे की ओर मुड़े हुए होते हैं।
राजस्थान का सिरोही और अजमेर ज़िला इसका उत्पत्ति स्थान है, नर का वज़न 40-50 किलोग्राम और मादा का वज़न 30-40 किलो तक होता है
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