परंपरागत सोलर पैनलों के विपरीत कृत्रिम प्रकाश संश्लेषण इससे एक कदम आगे है

ये सूर्य की रोशनी, पानी और CO₂ का यूज करके सीधे हाइड्रोजन, मीथेनॉल, हाइड्रोकार्बन से ईंधन बनाता है

इसके लिए किसी मध्यवर्ती तत्व जैसे बायोमास की जरूरत नहीं होती है

कृत्रिम प्रकाश-संश्लेषण से उत्पन्न हाइड्रोजन एक क्लीन ऑप्शन हो सकता है

ये ट्रैक्टर, हार्वेस्टर और पानी के पंप बिना प्रदूषण के चला सकता है

कृत्रिम प्रकाश-संश्लेषण CO₂ को ईंधन में बदल सकता है, जिससे पर्यावरणीय नुकसान कम होगा

ये ग्रीनहाउस जैसी नियंत्रित कृषि के लिए ऑन-साइट ऊर्जा स्रोत प्रदान कर सकता है