जौ की उपज दोगुनी करने वाली किस्म DWRB-219

करनाल के भारतीय गेहूं और जौ अनुसन्धान संस्थान ने इस किस्म को विकसित किया है

DWRB-219 की पैदावार परम्परागत किस्मों के मुक़ाबले दोगुनी है

जौ की किस्म DWRB-219 उत्तर-पश्चिमी मैदानी क्षेत्र में सिंचित और समय से बिजाई (10-25 नवम्बर) के लिए उपयुक्त है

DWRB-219 किस्म में पीला रतुआ समेत अनेक रोगों और कीटों के प्रति उच्चस्तरीय प्रतिरोधकता क्षमता है

बीते तीन साल में हुए परीक्षणों में पाया गया है कि पोषण उत्थान और समृद्धि, दोनों के लिए ये सर्वोत्तम किस्म है

इसकी बालियां हरी, सीधी, सघन और ग़ैर-वैक्सी होती हैं, और इसकी औसत ऊंचाई 96 सेंटीमीटर है

इसके दाने अत्यधिक मोटे और हल्के पीले रंग के होते हैं, और यह किस्म लगभग 132 दिनों में पक जाती है