काले गेहूं को पंजाब के नेशनल एग्री फ़ूड बायोटेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (NABI) ने ईज़ाद किया है
काले गेहूं की इस किस्म का नाम ‘नाबी एमजी’ है,इसे तैयार करने में सात साल का वक़्त लगा
NABI की कृषि वैज्ञानिक डॉ. मोनिका गर्ग ने साल 2010 से इसपर रिसर्च शुरू की थी
काले गेहूं का आकार नॉर्मल गेहूं जितना ही होता है,इसमें कई औषधीय गुण होते हैं
काले गेहूं में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटीबायोटिक से भरपूर एंथ्रोसाइनीन पिगमेंट पाया जाता है
एंथ्रोसाइनीन पिगमेंट के कारण ही गेहूं काला दिखाई देता है
Anthocyanin हार्ट अटैक, कैंसर, डायबिटीज़, मेंटल स्ट्रेस, घुटनों का दर्द, एनीमिया जैसे रोगों में कारगर है
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