भारतीय भोजन परम्परा में दालों का ख़ास स्थान है

देश में शाकाहारी लोगों के लिए प्रोटीन का अहम स्रोत दालें ही हैं

चना जैसा विविध रंगी अनाज और कोई नहीं, इसे उबालकर, भूनकर, भींगाकर और पीसकर यानी हरेक तरह से खाते हैं

चने की दाल को पीसकर जहां बेसन बनता है, वहीं भूने हुए चने को पीसने से सत्तू बनता है

बेसन हर घर में होता है तो इससे सैकड़ों snacks भी बनते हैं

चना ऐसी दाल है जिससे सब्जी जैसे व्यंजन भी बनते हैं

इसकी मांग और खपत सदाबहार है और किसान इसका बढ़िया दाम पाते हैं