ICAR के अनुसार,जौ की सबसे ज़्यादा ख़पत बीयर उद्योग में होती है

देश में जौ का 60 फ़ीसदी उत्पादन ब्रुईंग इंडस्ट्री (brewing industry) में खपता है

ये उद्योग अच्छी गुणवत्ता वाले जौ को हाथों-हाथ खरीद लेते हैं, जौ की अनुबन्धित खेती को भी बढ़ावा देते हैं

एक ज़माना था जब भारत में जौ आधारित कृषि उत्पाद बनाने वाली बहुत कम कम्पनियां थीं

ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और यूरोपियन देशों से जौ का आयात किया करती थीं

नब्बे के दशक में उदारवादी लाइसेंसिंग नीतियों की वजह से कई बहुराष्ट्रीय ब्रुईंग कम्पनियां भारत आयीं

अनेक कम्पनियों ने देश के विभिन्न हिस्सों में जौ की अनुबन्धित खेती को बढ़ावा दिया है