फ़सल लगाने से पहले खेत से खरपतवार और पुरानी फ़सल अवशेष निकाल लेने चाहिए

खरपतवार और फ़सल अवशेष ना निकालने से कीट की सुंडियां इनमें रहकर इन्हें खाती रहती हैं

इससे कटुआ कीट परजीवी पक्षियों और दूसरे कीटों के लिए आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं

ये कीट इनका प्राकृतिक सफ़ाया करने में मददगार साबित होते हैं

कटुआ कीट के वयस्क पतंगे शाम को ज़्यादा सक्रिय होते हैं,ये रोशनी से आकर्षित होते हैं

इसके लिए खेत के चारों तरफ सूरजमुखी की फ़सल लगानी चाहिए

सूरजमुखी, कटुआ कीट को आकर्षित करते हैं और फ़सल तक पहुंचने से पहले ही इन्हें नियंत्रित किया जा सकता है