आज के वक्त में मछली पालक, मत्स्य हैचरी के मछली बीजों पर ज़्यादा भरोसा करते हैं
मत्स्य हैचरी के लिए स्थाई टैंक बनाये जाते हैं, इनमें नर और मादा मछलियों को stimulated कर प्रजनन करवाया जाता है
इसके लिए स्थाई टैंक में कृत्रिम रूप से बारिश कराते हैं, मछलियों को हार्मोन्स के इंजेक्शन देकर प्रजनन करवाया जाता है
ये हार्मोन बाज़ार में हर जगह उपलब्ध हो जाते हैं, इससे मछलियों में फर्टिलाइजेशन प्रोसेस जल्दी होता है
भारतीय मेजर क्रॉप रोहू मादा के प्रजनन के बाद एक लाख अंडे देने की क्षमता होती है
मछली बीज उत्पादन इतना आसान भी नहीं कि इसे हर कोई कर ले,इसमें जोखिम भी हो सकता है
ये जानकारी उत्तर प्रदेश के मत्सय विभाग के उपनिदेशक डॉ. मुकेश सारंग से बातचीत पर आधारित है
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