पाला की वजह से पौधों की कोशिकाओं में मौजूद पानी सिकुड़कर जमने लगता है

पानी जमने से कोशिकाएं फट जाती हैं,कोशिकाओं में फॉस्फोलिपिड होते हैं वो ठोस हो जाते हैं

फॉस्फोलिपिड होते हैं वो ठोस होने से झिल्लियों में बहाव रुक जाता है

पाले से कोमल टहनियां नष्ट हो जाती हैं,इसका सबसे ज़्यादा प्रभाव पत्तियों और फूलों पर पड़ता है

पाले की वजह से पत्तियों व  बालियों में दाने नहीं बनते

पाले से प्रभावित फ़सलों का हरा रंग समाप्त हो जाता है और वो सफ़ेद पड़ने लगते हैं

पाला से पौधों में परोलिन अमीनो अम्ल हार्मोन की मात्रा बढ़ जाती है, उनकी वृद्धि रुक जाती है