Genetic engineering के ज़रिए प्राकृतिक बीजों को मोडिफाई कर नई फसल तैयार की जाती है

कई बार इन्हें हाईब्रिड फसल भी कहते हैं ये प्राकृतिक फसलों की ही तरह दिखती है

जेनेटिक इंजीनियरिंग से तैयार किया जाता है, इसलिए इनमें ज़रूरत के हिसाब से बदल हो सकता है

Genetically modified फसलों के बीज व फसलें सूखा-रोधी होती हैं

इनमें अधिक कीटनाशक व फर्टिलाइजर डालने की भी आवश्यकता नहीं होती

इसके साथ ही पैदावार भी आम फसलों के मुकाबले कई गुणा होती हैं जिससे उत्पादन बढ़ता है

देशी किस्मों की तरह इन्हें खेत में नहीं उगा सकते,कंपनी से ही खरीदना पड़ता है