ICAR के CIAH- CHES गोधरा (गुजरात) ने जामुन की क़िस्म गोमा प्रियंका को विकसित किया है
साल 2002 में जामुन की खेती पर गंभीरता से शोध कार्य शुरू किया गया था
संस्थान ने 72 क्लोनल जर्मप्लाज्म भी तैयार किए और फील्ड जीन बैंक में उन्हें सुरक्षित किया गया
गोमा प्रियंका क़िस्म छोटे आकार की होती है, इसलिए हाई डेंसिटी प्लांटेशन के लिए उपयुक्त है
ये 10 वें साल से प्रति पेड़ 50-70 किलो तक फल देती है, यानी उत्पादन बहुत अच्छा है
इसमें 85-90 फीसदी तक गूदा होता है और बीज का हिस्सा बहुत कम होता है
ये क़िस्म नियमित रूप से फल देती है, इसमें रोगों के प्रति सहनशीलता भी अधिक होती है
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