रोहू मछलियों की प्रमुख प्रजाति में शुमार है,इस किस्म को जयंती रोहू के नाम से जानते हैं
ये मछली महज 9 से 12 महीनों में ही बेचने लायक हो जाती है
इस मछली के पालन पोषण की तो इसमें 20 फीसदी तक कम खर्च आता है
जयंती रोहू के बिज़नेस से करीब 23% तक ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता
ये मछली एयरोमोनास रोग की प्रतिरोधक होती हैं,महज 53 दिनों में इनका विकास हो जाता है
रोहू मछली इस किस्म का पालन आंध्रप्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल,असम जैसे राज्यों में होता है
आंकड़ों के मुताबिक,भारत में जयंती रोहू का सालाना बाजार मूल्य 1313 करोड़ रुपए है
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