धान की सीधी बुआई तकनीक से 20 प्रतिशत सिंचाई और श्रम की बचत होती है

इस तकनीक से धान की फसल भी 10 से 15 दिन पहले ही पककर तैयार हो जाती है

खरीफ मौसम में धान की सीधी बुआई को मॉनसून के दस्तक देने  से 10-12 दिन पहले करना बेहतर होता है

सीड ड्रिल विधि से मिट्टी का erosion कम होता है, साथ ही सूखे को झेलने की क्षमता भी ज़्यादा होती है

सीधी बुआई के लिए सही बीज ही चुनें, सही किस्म के बीजों का चुनाव करना बहुत महत्वपूर्ण है

धान की हाइब्रिड किस्में: NPH 567, NPH 207, SBH 999, बायर 6129 , बायर 158, JRH-5, प्रो एग्रो-6201, PA 6444 और PHB 711

बुआई के लिए ऐसी सीड ड्रिल मशीनों का इस्तेमाल करें जो खेत में बीजों को उचित गहराई तक पहुंचा सकें