कृषि विज्ञान केन्द्र (KVK) का मुख्य उद्देश्य किसानों और कृषि वैज्ञानिकों को जोड़कर आधुनिक तकनीकों और अनुसंधानों को ज़मीन पर उतारना है
KVK किसानों को नवीनतम कृषि तकनीकों और प्रणालियों का ऑन-फार्म परीक्षण करवाते हैं, फ्रंटलाइन प्रदर्शन करते हैं
किसानों को बीज, उन्नत रोपण सामग्री, जैव एजेंट, पशुधन, और मिट्टी परीक्षण किट जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराते हैं
KVK किसानों और ग्रामीण समाज में वैज्ञानिक खेती को लेकर जागरूकता बढ़ाने, प्रशिक्षण देने, कृषि अर्थव्यवस्था में सुधार के समर्थक हैं
भारत में 731 KVK स्थापित हैं, जिनमें उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 89 और लक्षद्वीप व चंडीगढ़ में एक-एक KVK हैं
ICAR के तहत KVK ने पिछले 50 वर्षों में कृषि तकनीकों का विकास, प्रदर्शन, और जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है
657 KVK में ही प्रशासनिक भवन हैं,हालांकि, KVK को बदलते समय के साथ तकनीकी रूप से खुद को सक्षम किया है
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