कुट्टू की खेती के लिए उस ज़मीन को अच्छा माना जाता है जो रबी के मौसम में देरी से सूखती है

देश में कुट्टू की खेती छिटपुट इलाकों में ही होती है, इसीलिए इसकी खेती के कुल क्षेत्रफल का आंकड़ा उपलब्ध नहीं है

देश में कुट्टू की खेती छिटपुट इलाकों में ही होती है, इसीलिए इसकी खेती के कुल क्षेत्रफल का आंकड़ा उपलब्ध नहीं है

पहाड़ी आबादी में कुट्टू की खेती की परम्परा है, छत्तीसगढ़ के सरगुजा में बसे तिब्बती शरणार्थियों की कुट्टू मुख्य फसल है

वहां मेनपाट इलाके में करीब 10 हेक्टेयर में कुट्टू की खेती होती है

कुट्टू की उन्नत खेती के लिए बुआई का सही वक़्त रबी मौसम में 15 सितम्बर से 15 अक्टूबर के बीच है

विशेषज्ञों के अनुसार, इसे सभी किस्म की मिट्टी में उगाया जा सकता है

ज़्यादा लवणीय और सोडिक भूमि में इसकी पैदावार अच्छी नहीं मिलती,इसीलिए ये अनुपयुक्त माना जाता है