किसान पारंपरिक केले की खेती में कंद यूज करते थे, इसमें रोग और संक्रमण का खतरा रहता था
टिश्यू कल्चर तकनीक से केले के पौधों को वैज्ञानिक तरीके से तैयार किया जाता है
इस तकनीक से वे स्वस्थ और एक समान वृद्धि करते हैं
इससे रोग प्रतिरोधकता बढ़ती है, टिश्यू कल्चर पौधों में रोग लगने की संभावना बहुत कम होती है
उच्च गुणवत्ता होती है, सभी पौधे एक समान होते हैं, जिससे उत्पादन अच्छा होता है
इस तकनीक से पारंपरिक खेती की तुलना में अधिक उपज मिलती है
टिश्यू कल्चर पौधे एक समान गति से बढ़ते हैं और उत्पादन भी जल्दी मिलता है
यहां पढ़ें पूरी स्टोरी