कई भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान पौधों के VOCs को डिकोड करने का काम करते है

Volatile Organic Compounds  का इस्तेमाल पौधों को समझने के लिए होता है

भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान VOCs को मैप करने के लिए गैस क्रोमैटोग्राफी-मास स्पेक्ट्रोमेट्री का यूज कर रहा है

उनका लक्ष्य शुरुआती निदान और कीट प्रबंधन समाधान के लिए VOCs प्रोफाइल तैयार करना है

पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना सेंसर-आधारित VOCs डिटेक्टरों पर सहयोग कर रहा है

जिन्हें ग्रीनहाउस और खुले खेतों में वास्तविक समय में कीट अलर्ट देने के लिए तैनात किया जा सकता है

केंद्रीय कपास अनुसंधान संस्थान,नागपुर गुलाबी बॉलवर्म और हेलिकोवर्पा आर्मिजेरा में शुरुआती संक्रमण पर परीक्षण कर रहा