अरंडी और इसके तेल (castor oil) का भारत दुनिया में सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक है

इसकी खेती में लागत के मुकाबले करीब डेढ़ गुना ज़्यादा कमाई होती है

कम जोख़िम में ज़्यादा कमाई के लिए अरंडी की खेती खरीफ व रबी फसलों में फायदेमंद है

अरंडी की खेती के लिए शुष्क और बारानी इलाकों की गर्म और नमी वाली जलवायु बेहद अनुकूल है

देश में तिलहनी फसलों के कुल रक़बे में castor की खेती की हिस्सेदारी करीब 70% है

सरफेस कोटिंग, टेलीकॉम, इंजीनियरिंग प्लास्टिक, फार्मा, रबर, केमिकल्स, नाइलॉन, साबुन बनाने में इसकी मांग है

हाइड्रोलिक तरल पदार्थ, पेंट और पॉलीमर जैसे क्षेत्रों में इसकी भारी मांग रहती है

गुजरात, देश का सबसे बड़ा अरंडी उत्पादक राज्य है। कुल पैदावार में 80 प्रतिशत हिस्सेदारी है

अरंडी की फसल का पहला गुच्छा 90 से 120 दिनों बाद पककर कटाई के लिए तैयार हो जाता है