चेपा के कीट हरे और पीले रंग के होते हैं। ये धनिया की पत्तियों का रस चूसकर उन्हें सूखा देते हैं

चेपा रोग हल्की गर्मी के साथ फैलता है,गोमूत्र को नीम के तेल में मिलकर छिड़कने से घरेलू उपचार हो जाता है

उकठा, लौंगिया और भभूतिया ये तीनों ही फंगस जनित रोग हैं

उकठा पीड़ित पौधे कुछ ही दिनों में सूखकर तबाह हो जाते हैं

लौंगिया के मामले में धनिया का तना सूज जाता है, उसमें गांठे बनने लगती हैं

भभूतिया की मार से धनिया की पत्तियों पर सफ़ेद रंग दिखने लगते हैं

इसकी जल्द ही पत्तियां पीली पड़कर झड़ जाती हैं,इन रोगों के लक्षण दिखते ही कीटनाशक का इस्तेमाल करें