विलायती बबूल या काबुली कीकर का वैज्ञानिक नाम प्रोसोपिस जूलीफ्लोरा है
इसका मूल स्थान मैक्सिको, दक्षिण और मध्य अमेरिका तथा कैरीबियाई देश हैं
साल 1870 में इसके बीजों को हवाई जहाज से भारत के ऊसर और बंजर ज़मीन पर बिखेरा गया
विलायती बबूल ज़मीन के लिए नाइट्रोजन-फिक्सर की भूमिका निभाता है
बबूल या कीकर को अवगुणों का भरपूर ‘रक्त-बीज’ कहा गया
इसके ख़तरनाक कांटों से पशु-पक्षी,जानवर भी घायल होते हैं
कई राज्यों में फैला विलायती बबूल देसी पेड़-पौधों की क़रीब 500 प्रजातियों को ख़त्म कर चुका है
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