पहले धान (paddy) की खेती में किसानों को पौधे रोपने,खेतों में पानी भरने की ज़रूरत होती थी

ये प्रक्रिया काफी टाइम और मेहनत लेती थी, साथ ही पानी की खपत भी बहुत अधिक होती थी

DSR तकनीक ने इस समस्या का समाधान निकाला है,इस विधि में धान को मशीन से बोया जाता है

DSR तकनीक से कम पानी, कम लागत और ज़्यादा फायदा होता है

इस विधि में रोपाई के लिए मजदूरों की ज़रूरत नहीं पड़ती,जिससे किसानों की लागत कम होती है

इस विधि में बुवाई जल्दी हो जाती है और फसल भी समय पर तैयार होती है

DSR तकनीक से बोए गए धान में जड़ें मजबूत होती हैं,जिससे पौधे स्वस्थ और उपज अच्छी होती है