भारत में कृषि अवशेष जलाने से होने वाले ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन होता है
इसकी निगरानी के लिए उपग्रह-आधारित तकनीक की मदद ली जा रही है
उत्सर्जन की निगरानी व पर्यावरण संकट रणनीति लागू करने में ये मदद करती है
ये उपग्रह-आधारित तकनीक एक शक्तिशाली उपकरण के तौर पर काम करती है
ये प्रौद्योगिकी अवशेष जलाने की निगरानी की सुविधा प्रदान कर सकती है
आईआईएसईआर भोपाल ने CIMMYT और मिशिगन यूनिवर्सिटी के सहयोग से तकनीक विकसित की है
साइंस ऑफ़ द टोटल एनवायरनमेंट जर्नल स्टडी से पता चलता है कि कृषि अवशेष जलाने से उत्सर्जन में 75% की वृद्धि हुई है
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