रोशा घास या Palmarosa एक सुगन्धित पौधा है। इससे सुगन्धित रोशा तेल (Palmarosa Oil) निकाला जाता है

रोशा घास का मूल स्थान भारत है, जो इसका सबसे बड़ा उत्पादक देश भी है

रोशा घास की खेती में लागत कम और मुनाफ़ा ज़्यादा होता है। एक बार रोपाई के बाद पैदावार 3 से लेकर 6 साल तक है

रोशा घास की खेती उपजाऊ, कम उपजाऊ या pH मान 9.0 के आसपास की ऊसर मिट्टी में भी हो सकती है

रोशा घास का पौधा 10° से 45° सेल्सियस तक तापमान सहने की क्षमता रखता है। रोशा घास के विभिन्न हिस्सों में तेल की मात्रा अलग-अलग मिलती है

रोशा घास की खेती के लिए CSIR (सीमैप), लखनऊ किसानों की भरपूर मदद करता है

रोशा तेल की ख़ुशबू, ग़ुलाब से मिलती है। एंटीसेप्टिक, दर्द निवारक, त्वचा रोगों, हड्डी के जोड़ों के दर्द की दवाइयों का निर्माण होता है