किसान अब स्वैच्छिक प्रमाणन प्रणाली से अपनी फ़सलों को प्राकृतिक साबित कर सकेंगे

ये प्रमाणन स्वैच्छिक (Voluntary) होगा, यानी जो किसान चाहेंगे, वे ही इसे ले सकेंगे

सरकार की ये नई पहचान प्रणाली प्राकृतिक खेती को एक बड़ा बढ़ावा देगी

  

किसानों को अच्छी आमदनी मिलेगी, पर्यावरण सुरक्षित रहेगा

ग्राहको को पता चलेगा कि वे असली प्राकृतिक उत्पाद खरीद रहे हैं

ज़हरीले केमिकल्स से मिट्टी, पानी और हवा बचेगी