लाल आटा बीटल का वैज्ञानिक नाम ट्राइबोलियम कास्टेनियम (Tribolium castaneum) है
ये छोटे, लाल-भूरे रंग के कीट होते हैं,जो गेहूं, मक्का, दालें, आटा व भंडारित अनाज ख़राब करते हैं
लाल आटा बीटल अनाज को अंदर से खाते हैं, बाहर दाना सही दिखता है, लेकिन अंदर से खोखला हो जाता है
पहले इन कीटों को मारने के लिए Aluminium Phosphide का इस्तेमाल होता था
लेकिन अब इन कीटों ने इस केमिकल के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर ली है
ICAR के वैज्ञानिकों ने नया DNA टेस्ट विकसित किया है, जिससे फॉस्फीन-प्रतिरोधी लाल आटा बीटल की पहचान होती है
इस टेस्ट को Cleaved Amplified Polymorphic Sequence मार्कर-बेस्ड टेक्नोलॉजी से बनाया गया है
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