सिंचाई के ज़रिये मिट्टी में जमा होने वाले लवणों का अनुपात मिट्टी की किस्म पर भी निर्भर करता है

सामान्य पानी निकास व्यवस्था में दोमट और बलुई मिट्टी पर लवणीय पानी का आधा भाग जमा हो जाता है

बलुई दोमट और दोमट और मटियार,मटियार दोमट मिट्टी में पानी में मौजूद लवणीय अंश दोगुनी मात्रा में जमा होती है

अगर पानी में लवण अनुपात बहुत ज़्यादा हो, उसे मोटी किस्म वाली मिट्टी में इस्तेमाल करें

जहां सालाना वर्षा 400 मिलीमीटर से कम नहीं होती हो वहां लवण सहनशील फसलों का ही चुनाव करना चाहिए

जहां 400 मिलीमीटर से ज़्यादा बारिश होती है, वहां नुकसानदायक लवणों का बहाल आसानी से हो जाता है