प्रिसिजन फार्मिंग यानी ‘सटीक खेती’ के ज़रिये से हर छोटी-बड़ी जानकारी का विश्लेषण होता है

इस तकनीक का इस्तेमाल करके फसलों का बेहतर प्रबंधन किया जाता है

सेंसर मिट्टी की नमी, पोषक तत्वों की कमी और फसल की सेहत की जानकारी देते हैं

ड्रोन और सैटेलाइट इमेजिंग से पूरे खेत की हाई-रिज़ॉल्यूशन तस्वीरें मिलती हैं

Precision Farming में सेंसर बताते हैं कि मिट्टी में क्या कमी है, फिर उतनी खाद पड़ती है, जितनी जरूरत है

जब पौधों को सही समय पर सही पोषण मिलता है, तो उनकी ग्रोथ बेहतर होती है

प्रिसिजन फार्मिंग में स्मार्ट सिंचाई सिस्टम सेंसर के आधार पर पानी देता है, जिससे 50% तक पानी की बचत होती है