‘स्मार्ट किसान’ बनना है तो ये कृषि यंत्र (Agriculture Equipment) हैं सबसे ज़्यादा मददगार 

जानिए हरमीत सिंह से इन 6 कृषि यंत्रों से खेती कैसे होगी आसान

पंतनगर किसान मेले में बेस्ट स्टॉल से सम्मानित कंपनी ‘किसान फर्टिलाइज़र एजेंसी’ ने दिखाए कुछ ऐसे कृषि यंत्र जिनके इस्तेमाल से किसान बन सकते हैं ‘स्मार्ट किसान’। 

पंतनगर यूनिवर्सिटी में किसान मेले के आखिरी दिन ‘किसान फर्टिलाइज़र एजेंसी’ को बेस्ट स्टॉल से सम्मानित किया गया। कंपनी के मालिक हरमीत सिंह बेदी से मेरी मुलाकात हुई। उन्होंने मुझे कुछ ऐसे कृषि यंत्रों के बारे में बताया, जो किसानों को ‘स्मार्ट किसान’ बना सकते हैं।

इस लेख में आप ऐसे कृषि यंत्रों के बारे में जानेंगे, जिससे आपको खेती करने में आसानी और साथ ही पैसे और समय की बचत हो सकती है।

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उन्होंने सबसे पहले बताया कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के ज़्यादातर प्रगतिशील किसान उनके साथ जुड़े हुए हैं। 1985 से उनके पिता कीटनाशक और उर्वरक का व्यवसाय कर रहे हैं। उन्होंने कई मल्टीनेशनल कंपनियों के साथ टाइअप किया हुआ है। इसकी मदद से वह किसानों को उन्नत तकनीक वाले कृषि यंत्र मुहैया कराते हैं।

उन्होंने वेस्ट मैनेजमेंट को आज की सबसे बड़ी समस्या बताया। उनका मानना है कि इसके समाधान के लिए ‘सुपर सीडर’ एक कामयाब कृषि यंत्र है। इससे किसानों की डीज़ल और समय के साथ लग रही लागत एक तिहाई कम हो जाएगी। इस मशीन को धान की खेती करने वाले किसान जोतने और बिजाई करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।

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उन्होंने ऐसे 6 कृषि यंत्रों के बारे में बताया, जिनके इस्तेमाल से कोई भी किसान ‘स्मार्ट किसान’ बन सकता है: 

  1. सुपर सीडर (Super Seeder) – इस मशीन को इस्तेमाल करने के बाद मल्चर और चिजलर (पलाऊ) की ज़रूरत नहीं पड़ती। इस मशीन के इस्तेमाल से अब तीन बार ट्रैक्टर चलाने के बजाय, एक ही बार में काम हो जाता है।
  2. डायरेक्ट सीडिंग ऑफ़ राइस (Direct Seeding of Rice) – आमतौर पर सीडिंग करने के लिए पहले खेत को तैयार लरण पड़ता है। लेबर की ज़रूरत से लेकर अन्य कार्य करने पड़ते हैं। जबकि इस मशीन की बदौलत आपकी सीडिंग की प्रक्रिया डायरेक्ट हो जाती है।
  3. रोटावेटर (Rotavator) – आमतौर पर रोटावेटर का इस्तेमाल करने से ज़मीन सख्त हो जाती है, लेकिन अगर ब्लेड के डिज़ाइन में वो एक सीमित जगह से मुड़ा हुआ होगा तो वो ज़मीन को सख्त नहीं बनाएगा।
  4. लेज़र लैन्ड लेवेलिंग (Lazer Land Levelling) – इस मशीन की मदद से आपकी ज़मीन का लेवल एक समान रहता है। खाद और पानी पूरे खेत में एक ही लेवल पर रहेगा। इससे पानी का खर्च कम होगा और फसल उपजाऊ भी होगी।
  5. इंटर रो कल्टीवेशन (Inter Row Cultivation) – इस यंत्र की मदद से आप एक समान और सीमित दूरी पर अलग-अलग फसलें लगा सकते हैं। इससे एक दिन में 15 से 20 एकड़ जुताई कर सकते हैं।
  6. मिनी ट्रैक्टर्स (Mini Tractors) – मिनी ट्रैक्टर्स मिश्रित खेती में बहुत मददगार होते हैं। इसमें सभी तरह के कृषि यंत्रों को लगा सकते हैं।

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सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल। 
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1 Comment
  1. Yogesh Jangam says

    God bless you

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