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Agri Stack: ‘किसान पहचान पत्र’ से लेकर किसानों का नया डिजिटल साथी Multilingual AI Chatbot के बारें में अहम बातें
इनोवेशन, मोबाइल ऐप्स, सरकारी योजनाएं

Agri Stack: ‘किसान पहचान पत्र’ से लेकर किसानों का नया डिजिटल साथी Multilingual AI Chatbot के बारें में अहम बातें

एग्री स्टैक (Agri Stack) भारत सरकार की एक डिजिटल पहल है, जिसका उद्देश्य किसानों को तकनीक के जरिए बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है। भारत सरकार की ‘एग्री स्टैक’ (‘Agri Stack’) पहल के तहत एक मल्टीलिंगुअल AI चैटबॉट लॉन्च (Multilingual AI chatbot) किया गया है, जो किसानों को उनकी भाषा में सलाह देता है।  

Revolutionary Invention of ICAR-CIAE: प्लास्टिक मल्च लेयर-कम-प्लांटर जो है किसानों के लिए वरदान!
इनोवेशन, कृषि उपकरण, न्यूज़

Revolutionary Invention of ICAR-CIAE: प्लास्टिक मल्च लेयर-कम-प्लांटर जो है किसानों के लिए वरदान!

ट्रैक्टर चालित प्लास्टिक मल्च लेयर-कम-प्लांटर (Tractor Operated Plastic Mulch Layer-cum-Planter) के साथ किसान प्लास्टिक मल्च बिछाने और बीज बोने का काम एक साथ कर सकेंगे, और वो भी बिना ज्यादा मेहनत किए।

Volatile Organic Compounds (VOCs) वाष्पशील कार्बनिक यौगिक
इनोवेशन, टेक्नोलॉजी, फसल प्रबंधन

Volatile Organic Compounds (VOCs): क्या पौधे बात करते हैं? पौधों की “बातचीत” कैसे भारतीय किसानों को कीटों का जल्दी पता लगाने में मदद कर सकती है?

पौधे बात करते हैं शब्दों में नहीं, बल्कि रासायनिक फुसफुसाहट में जिन्हें वाष्पशील कार्बनिक यौगिक (Volatile Organic Compounds) कहा जाता है।

प्लांट एपिजेनेटिक्स Plant Epigenetics
इनोवेशन, टेक्नोलॉजी, फसल प्रबंधन

बीज स्मृति: क्या कोई वैज्ञानिक प्रमाण है कि पौधे पिछले तनाव को ‘याद’ रखते हैं?

बीज स्मृति और पौधों की स्मृति से जानें कैसे फ़सलें पुराने तनावों को याद रखती हैं और अगली पीढ़ी को जलवायु के लिए मजबूत बनाती हैं।

ध्वनि आधारित खेती Acoustic Agriculture
इनोवेशन, टेक्नोलॉजी, फसल प्रबंधन

Acoustic Agriculture: कैसे ध्वनि आधारित खेती तकनीक भारतीय खेतों में फ़सल की बढ़त बढ़ा रही है

ध्वनि आधारित खेती (Acoustic Agriculture) एक उभरती तकनीक है, जो ध्वनिक तरंगों के ज़रिए फ़सल की वृद्धि, उपज और पौधों के स्वास्थ्य को बेहतर बना रही है।

सबई घास Sabai Grass
एग्री बिजनेस, इनोवेशन, कृषि उपज, स्टार्टअप

सबई घास और खजूर के पत्ते से इको फ्रेंडली उत्पाद बना ओडिशा की पारंपरिक कला को बढ़ावा दे रहे पंकज कुमार

सबई घास से ओडिशा के कलाकार बना रहे अनोखे हस्तशिल्प, जो राज्य की संस्कृति और विरासत को दुनिया भर में पहचान दिला रहे हैं।

Farming at night रात में खेती
एग्री बिजनेस, इनोवेशन, टेक्नोलॉजी

Farming at Night: रात में खेती, क्या अंधेरे में फ़सल उगाकर भारत की ज़मीन की कमी दूर हो सकती है?

भारत में ज़मीन की कमी को देखते हुए, रात में खेती (Farming at night) एक नया और वैज्ञानिक तरीका बन रहा है, जिसमें कृत्रिम रोशनी और तकनीक से फ़सलें उगाई जाती हैं।

AgriSURE Fund : किसानों और स्टार्टअप्स के लिए एक बड़ा मौका! जानिए कैसे कर सकते हैं अप्लाई
इनोवेशन, न्यूज़, स्टार्टअप

AgriSURE Fund : किसानों और स्टार्टअप्स के लिए एक बड़ा मौका! जानिए कैसे कर सकते हैं अप्लाई

AgriSURE Fund के ज़रिए सरकार कृषि और ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने वाले स्टार्टअप्स  (Startups) को वित्तीय सहायता दे रही है। चाहे आप ड्रोन टेक्नोलॉजी, सोलर एनर्जी, वेस्ट मैनेजमेंट, फूड प्रोसेसिंग या फार्म मशीनीकरण (Drone technology, solar energy, waste management, food processing or farm mechanization) से जुड़े हों, AgriSURE Fund आपको आगे बढ़ने में मदद कर सकता है।

World's First Genetically Modified Horses: दुनिया के पहले जेनेटिकली मॉडिफाइड घोड़े जो पोलो पुरेज़ा को भी पछाड़ सकते हैं
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World’s First Genetically Modified Horses: दुनिया के पहले जेनेटिकली मॉडिफाइड घोड़े जो पोलो पुरेज़ा को भी पछाड़ सकते हैं

जेनेटिकली मॉडिफाइड घोड़ों (World’s First Genetically Modified Horses) का जन्म पिछले साल अक्टूबर और नवंबर में हुआ था।

Importance Of Buffer Zone: कृषि में बफ़र ज़ोन क्या है ? इसके महत्व और प्रकार के बारें में जानिए
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Importance Of Buffer Zone: कृषि में बफ़र ज़ोन क्या है ? इसके महत्व और प्रकार के बारें में जानिए

बफ़र ज़ोन (Importance Of Buffer Zone) वे सुरक्षित क्षेत्र होते हैं जो दो अलग-अलग भूमि उपयोगों को अलग करते हैं, ताकि संघर्षों को कम किया जा सके और पर्यावरणीय नुकसान को रोका जा सके। कृषि में, ये ज़ोन खेतों और आसपास के प्राकृतिक संसाधनों (जैसे नदियों, जंगलों या आवासीय क्षेत्रों) के बीच एक बफ़र का काम करते हैं।

Satellite Technology and Machine Learning In Vertical Farming: वर्टिकल फार्मिंग में मशीन लर्निंग और उपग्रह तकनीक का इस्तेमाल
इनोवेशन, टेक्नोलॉजी

Satellite Technology and Machine Learning In Vertical Farming: वर्टिकल फार्मिंग में मशीन लर्निंग और उपग्रह तकनीक का इस्तेमाल

अब मशीन लर्निंग (Machine Learning) और उपग्रह प्रौद्योगिकी (Satellite Technology) के मेल से वर्टिकल फार्मिंग (Vertical Farming को और भी अधिक कुशल बनाया जा रहा है। इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे मशीन लर्निंग और उपग्रह डेटा का उपयोग करके वर्टिकल फार्मिंग को अधिक सटीक, उत्पादक और टिकाऊ बनाया जा सकता है।

International Agri Hackathon: भारत का पहला अंतरराष्ट्रीय एग्री हैकथॉन पुणे में, कृषि क्षेत्र में इनोवेशन को मिलेगा बढ़ावा
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International Agri Hackathon: भारत का पहला अंतरराष्ट्रीय एग्री हैकथॉन पुणे में, कृषि क्षेत्र में इनोवेशन को मिलेगा बढ़ावा

अंतरराष्ट्रीय एग्री हैकथॉन (International Agri Hackathon)  महाराष्ट्र सरकार, राज्य कृषि विभाग, महात्मा फुले कृषि विद्यापीठ और कृषि महाविद्यालय पुणे के सम्मिलित सहयोग (joint cooperation) से आयोजित किया जा रहा है। इस पहल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी समर्थन मिल रहा है। इसमें इज़राइल की NatureGrowth संस्था (NatureGrowth Institute, Israel) और नीदरलैंड्स (Netherlands) के एम्बेसी के कृषि विभाग जैसे प्रतिष्ठित साझेदार (Prestigious Partners) जुड़ रहे हैं।

Promotion of New Technologies in Agriculture: भारतीय कृषि में नई प्रौद्योगिकियों का बढ़ता प्रभाव और सरकारी योजनाएं
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Promotion of New Technologies in Agriculture: भारतीय कृषि में नई प्रौद्योगिकियों का बढ़ता प्रभाव और सरकारी योजनाएं

भारत की अर्थव्यवस्था में कृषि में नई प्रौद्योगिकियों का बढ़ता प्रभाव (Promotion of New Technologies in Agriculture)एक अहम इशारा है। जो बताता है कि कृषि बदलते समय के साथ बदल रही है। पारंपरिक कृषि पद्धतियों (Traditional Agricultural Practices)में आधुनिक तकनीकों का समावेश हो रहा है। जिससे उत्पादकता में बढ़ोत्तरी हो रही है और किसान सशक्त बनने की राह पर है।

CSIR E-Tractor: जम्मू से कन्याकुमारी तक ई-ट्रैक्टर का रोड शो, सरकार की किसानों को सीधे जोड़ने की पहल
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CSIR E-Tractor: जम्मू से कन्याकुमारी तक ई-ट्रैक्टर का रोड शो, सरकार की किसानों को सीधे जोड़ने की पहल

ई-ट्रैक्टर (E-tractor) एक हाईटेक इनोवेशन है जो पारंपरिक डीजल और पेट्रोल-आधारित ट्रैक्टरों का एक पर्यावरण के अनुकूल ऑप्शन पेश करता है। इसे वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) Council of Industrial Research (CSIR) के एक भाग लेबोरेटरी, केंद्रीय यांत्रिक इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान यानी central mechanical engineering research institute (CMERI), दुर्गापुर द्वारा विकसित किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों को कम लागत, ज़्यादा काम करने का ताकत और पर्यावरण के अनुकूल ट्रैक्टर (E-tractor) देना है।  

Indian Agriculture : CSIR का ई-ट्रैक्टर और ई-टिलर से भारतीय कृषि में आई एक सतत क्रांति
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Indian Agriculture : CSIR का ई-ट्रैक्टर और ई-टिलर से भारतीय कृषि में आई एक सतत क्रांति

ई-ट्रैक्टर (CSIR PRIMA ET11) और ई-पावर टिलर (E-Power Tiller) को CSIR-केंद्रीय यांत्रिक अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान (CMERI), दुर्गापुर, पश्चिम बंगाल में एक समर्पित टीम ने विकसित किया। इस टीम का नेतृत्व प्रो. (डॉ.) हरीश हिरानी, निदेशक, CSIR-CMERI ने किया।

Reaper Binder Machine: एक घंटे में एक एकड़ फसल की कटाई करता है रीपर बाइंडर मशीन
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Reaper Binder Machine: एक घंटे में एक एकड़ फसल की कटाई करता है रीपर बाइंडर मशीन

BCS इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी कई कृषि उपकरण बनाती है। जिसमें एक प्रमुख उत्पाद है रीपर बाइंडर (Reaper Binder Machine)। कंपनी से जुड़े एक प्रतिनिधि ने मशीन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि रीपर बाइंडर गेहूं, जौं, धान जैसी फसलों को काटकर इसके बंडल बनाती है।

Artificial Photosynthesis: कृत्रिम प्रकाश संश्लेषण खेती में ला सकता है क्रांति, देश में हो रही रिसर्च
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Artificial Photosynthesis: कृत्रिम प्रकाश संश्लेषण खेती में ला सकता है क्रांति, देश में हो रही रिसर्च

खेती और ऊर्जा का गहरा रिश्ता है—किसानों को सिंचाई, ट्रैक्टर और भंडारण सुविधाओं के लिए ईंधन की जरूरत होती है। लेकिन ईंधन की बढ़ती कीमतें और कार्बन उत्सर्जन को लेकर बढ़ती चिंताओं के कारण अब साफ और सस्ती ऊर्जा के विकल्प जरूरी हो गए हैं। कृत्रिम प्रकाश संश्लेषण (Artificial Photosynthesis) एक नई तकनीक है, जो पौधों की तरह सूर्य की रोशनी से ऊर्जा बनाकर खेती के लिए बड़ा बदलाव ला सकती है।  

Zero Tillage Farming: किसान जगदीश यादव ने बदला खेती का तरीका, ज़ीरो टिलेज फ़ार्मिंग से कर रहे उन्नत खेती
एक्सपर्ट किसान, इनोवेशन, एग्री बिजनेस, कृषि उपकरण, जैविक/प्राकृतिक खेती

Zero Tillage Farming: किसान जगदीश यादव ने बदला खेती का तरीका, ज़ीरो टिलेज फ़ार्मिंग से कर रहे उन्नत खेती

ज़ीरो टिलेज फ़ार्मिंग, जिसे नो-टिल खेती भी कहा जाता है, एक आधुनिक कृषि तकनीक है जिसमें मिट्टी की जुताई किए बिना सीधे बीज बोए जाते हैं। पारंपरिक खेती में खेत की कई बार जुताई करनी पड़ती है, लेकिन ज़ीरो टिलेज में ये प्रक्रिया पूरी तरह से बदल जाती है। इस तकनीक में एक ख़ास मशीन “नो-टिल ड्रिल” का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे बीज को सीधे मिट्टी में डालकर ढक दिया जाता है।

Adulteration in Milk: डेयरी बिज़नेस करने की सोच रहे हैं, तो ज़रूर रखें Milk Analyzer Machine
इनोवेशन, एग्री बिजनेस, टेक्नोलॉजी, डेयरी फ़ार्मिंग, प्रॉडक्ट लॉन्च

Adulteration in Milk: डेयरी बिज़नेस करने की सोच रहे हैं, तो ज़रूर रखें Milk Analyzer Machine

डेयरी उद्यमी खरीदे गए दूध के नमूनों की जांच (Adulteration in Milk) करके पता कर सकता है कि इसमें मिलावट है या नहीं, इसी तरह ग्राहकों के सामने दूध की शुद्धता की जांच करके दिखा सकता है, जिससे ग्राहकों का उनपर विश्वास बढ़ेगा, और जब विश्वास बढ़ेगा तो बिज़नेस भी अपने आप आगे बढ़ने लगेगा।

Night Farming: टेक्नोलॉजी ने अंधेरे में चमकने वाली फसलें बनाई,किसानों के लिए नाइट फॉर्मिंग हुई आसान
एग्री बिजनेस, इनोवेशन, टेक्नोलॉजी

Night Farming: टेक्नोलॉजी ने अंधेरे में चमकने वाली फसलें बनाई,किसानों के लिए नाइट फॉर्मिंग हुई आसान

ये फसलें खेती (Night Farming) में क्रांति ला सकती हैं—किसान रात में सुरक्षित रूप से काम कर सकेंगे, बिजली की लागत कम होगी और दिन के भीषण तापमान से बचाव होगा। भारत जैसे देश में, जहां गर्म इलाकों में दिन में खेती करना मुश्किल हो सकता है, यह तकनीक बेहद कारगर साबित हो सकती है।

यह लेख बताएगा कि अंधेरे में चमकने वाली फसलें (crop who glow in the dark)कैसे काम करती हैं, उनके संभावित उपयोग, फायदे और चुनौतियाँ क्या हैं, और वे कैसे भारत में कृषि क्षेत्र को आगे बढ़ाने वाली सरकारी योजनाओं से मेल खाती हैं।

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