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कृषि क्षेत्र में इनोवेशन और टेक्नोलॉजी आधारित बदलाव को बढ़ावा देने के उद्देश्य से महाराष्ट्र के पुणे (Pune City, Maharashtra) में भारत का पहला अंतरराष्ट्रीय एग्री हैकथॉन (International Agri Hackathon) आयोजित किया जाएगा। ये आयोजन 1 जून से 3 जून 2025 के बीच होगा और इसका उद्देश्य किसानों की समस्याओं का आधुनिक तकनीकों (Modern Technologies) से हल ढूंढना है।
ये अंतरराष्ट्रीय एग्री हैकथॉन (International Agri Hackathon) महाराष्ट्र सरकार, राज्य कृषि विभाग, महात्मा फुले कृषि विद्यापीठ और कृषि महाविद्यालय पुणे के सम्मिलित सहयोग (joint cooperation) से आयोजित किया जा रहा है। इस पहल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी समर्थन मिल रहा है। इसमें इज़राइल की NatureGrowth संस्था (NatureGrowth Institute, Israel) और नीदरलैंड्स (Netherlands) के एम्बेसी के कृषि विभाग जैसे प्रतिष्ठित साझेदार (Prestigious Partners) जुड़ रहे हैं।
क्यों है ये हैकथॉन खास? (Why is this hackathon special?)
भारत में इस तरह का यह पहला अंतरराष्ट्रीय स्तर का एग्री हैकथॉन ((International Agri Hackathon) ) होगा। ये युवाओं को न केवल इनोवेशन का अवसर देगा, बल्कि उन्हें कृषि क्षेत्र में करियर और स्टार्टअप की संभावनाएं भी दिखाएगा। ये आयोजन एक ऐसे मंच के रूप में सामने आएगा जहां साइंस, टेक्नोलॉजी और एग्रीकल्चर का संगम देखने को मिलेगा।
पुणे में आयोजित होने वाला यह एग्री हैकाथॉन न केवल महाराष्ट्र बल्कि पूरे भारत के कृषि क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है। यह किसानों के जीवन में सुधार लाने, कृषि उपज को बढ़ाने और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। इससे जुड़कर युवा न केवल किसानों की मदद कर सकेंगे, बल्कि देश के कृषि भविष्य को भी संवार सकेंगे।
एग्री हैकथॉन का उद्देश्य (Objective of Agri Hackathon)
ये अंतरराष्ट्रीय एग्री हैकथॉन (International Agri Hackathon) एक ऐसा स्टेज होगा जहां इनोवेशन करने वाले युवा, शोधकर्ता, नीति-निर्माता, उद्योग जगत के नेता और तकनीकी विशेषज्ञ (Youth, Researchers, Policy makers, Industry Leaders And Technology Experts) एक साथ आएंगे। इस कार्यक्रम का मेन टार्गेट (Main Objective) कृषि क्षेत्र (agricultural sector) से जुड़ी चुनौतियों के लिए आधुनिक, सस्ते और प्रभावी सल्यूशन खोजना है।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने इस आयोजन को लेकर कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था कृषि और कृषि आधारित उद्योगों पर आधारित है। उन्होंने भरोसा जताते हुए कहा कि ये हैकथॉन किसानों को सशक्त बनाने और राज्य की कृषि प्रगति को नई दिशा देने का काम करेगा।
कौन-कौन सी प्रोब्लम को सॉल्व करने की कोशिश करेगा ये हैकथॉन? (Which Problems Will This Hackathon Try To Solve?)
हैकथॉन में कई प्रमुख विषयों पर काम किया जाएगा, जैसे:
- जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से निपटना
- टिकाऊ खेती (Sustainable Farming)
- कृषि आपूर्ति श्रृंखला का बेहतर प्रबंधन (Supply Chain Optimization)
- एग्री-फिनटेक समाधान
- उपज बढ़ाने के लिए स्मार्ट तकनीक का उपयोग
इसमें हिस्सा लेने वाले प्रतिभागी न केवल तकनीकी समाधान (Technical Solutions) देंगे, बल्कि वे ऐसे मॉडल भी पेश करेंगे जो बड़े स्तर पर लागू किए जा सकें और किसानों के लिए फ़ायदेमंद हों।
नेशनल और इंटरनेशनल सपोर्ट (National And International Support)
अंतरराष्ट्रीय एग्री हैकथॉन (International Agri Hackathon) को न केवल राज्य सरकार का समर्थन मिला है, बल्कि कई प्रमुख संस्थाएं भी इससे जुड़ रही हैं। नेशनल लेवल पर बॉम्बे चैंबर ऑफ कॉमर्स, मराठा चैंबर ऑफ कॉमर्स, इंडस्ट्रीज़ एंड एग्रीकल्चर (MCCIA), ICAER, महाराष्ट्र राज्य कृषि विपणन मंडल और नाबार्ड (NABARD) जैसे संगठनों का सहयोग है।
सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।
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