प्रधानमंत्री फ़सल बीमा योजना सप्ताह 1 जुलाई से आरंभ, इस ख़रीफ़ सीजन में अपनाएं PMFBY का सुरक्षा कवच
ख़रीफ़ 2025 के लिए फ़सल बीमा पंजीकरण शुरू हो रहा है। प्रधानमंत्री फ़सल बीमा योजना से फ़सल और किसान दोनों होंगे सुरक्षित।
फसलों की सुरक्षा के लिए फसल बीमा योजना के अवसरों का अन्वेषण करें। किसान ऑफ इंडिया पर फसल बीमा योजना के लाभ और आवश्यक जानकारी के साथ सुरक्षित रहें।
ख़रीफ़ 2025 के लिए फ़सल बीमा पंजीकरण शुरू हो रहा है। प्रधानमंत्री फ़सल बीमा योजना से फ़सल और किसान दोनों होंगे सुरक्षित।
Post Harvest Management: भारत में कृषि प्रणाली और कटाई के बाद के प्रबंधन का महत्व खेत स्तर पर भंडारण सुविधाओं, परिवहन और खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों (Transportation and food processing units) की कमी, विशेष रूप से जल्दी खराब होने वाली वस्तुओं के मामले में मूल्य श्रृंखलाओं (value chains) को प्रभावित कर रही है। परिणामस्वरूप, किसानों को थोक विक्रेताओं, प्रसंस्करणकर्ताओं और खुदरा विक्रेताओं (Wholesalers, processors and retailers) की तुलना में अधिक नुकसान उठाना पड़ता है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कृषि क्षेत्र से जुड़ी, किसानों के लिए बनाई गयीं ये पांच महत्वाकांक्षी योजनाएं किसानों की आमदनी बढ़ाने और उन्हें सुरक्षा प्रदान करने में कारगर साबित हो रही हैं।
किसानों के लिए फसल बीमा एक ऐसी लागत है, जिसका 95 प्रतिशत से लेकर 98.5 फ़ीसदी तक बोझ सरकार उठाती है। ये सब्सिडी इतनी ज़्यादा है कि इसे ‘तकरीबन मुफ़्त’ भी कह सकते हैं। किसानों को असली ताक़त बैंक या बीमा कम्पनियों से सम्पर्क साधने और बीमा पालिसी खरीदने पर ही लगानी होती है। बीमा की किस्त तो महज सांकेतिक है। हज़ार रुपये की वास्तविक किस्त के बदले किसान को सिर्फ़ 15 रुपये से लेकर 50 रुपये की ही किस्त भरनी है। बाक़ी 950 से लेकर 985 रुपये तक सरकारें भरेंगी।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) का मौजूदा प्रारूप साल 2016 से प्रभावी है। इस उन्नत प्रारूप के तहत 5 साल में 8.3 करोड़ से अधिक किसानों ने फसल बीमा का लाभ उठाया है। 5 साल में किसानों ने 20 हज़ार करोड़ रुपये के किस्त चुकायी और बदले में उन्हें 95 हज़ार करोड़ रुपये के मुआवज़ा मिला।
अब PMFBY के तहत होने वाले फसल बीमा के प्रीमियम का बड़ा हिस्सा केन्द्र और राज्य सरकारें भरती हैं। लिहाज़ा, किसानों को इसका अधिक से अधिक फ़ायदा उठाने के लिए आगे आना चाहिए। किसी भी बीमा की तरह फसल बीमा मकसद भी किसानों को मुश्किल दौर में वित्तीय सुरक्षा देना ही है। PMFBY के तहत फसल की बुआई के पहले से लेकर कटाई के बाद तक की बीमा सुरक्षा मिलती है।
बाढ़, सूखा, ओला वृष्टि जैसी प्राकृतिक आपदाएँ, जो किसानों को पूरी तरह से तबाह कर देती हैं। बम्पर फसल की मार से किसानों को सिर्फ़ मार्केटिंग का बेहतर नेटवर्क ही उबार सकता है, जो किसानों की पहुँच से ख़ासा दूर होता है लेकिन प्राकृतिक आपदाओं के मार से बचाव के लिए किसान को ख़ुद कमर कसकर आगे आना चाहिए और फसल बीमा से ज़रूर जुड़ना चाहिए। फसल बीमा का पालिसी ज़रूर खरीदनी चाहिए।
देश भर में किसानों की फसलों की सुरक्षा को बढ़ावा देने और किसानों तक फसल बीमा का अधिकतम लाभ सुनिश्चित
दुनिया की सबसे बड़ी- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के 5 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में सभी राज्यों के
प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर आग्रह किया कि किसान योजना का भरपूर लाभ उठाएं ताकि आत्मनिर्भर हो सकें।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (Prime Minister Crop Insurance Scheme) रबी 2020-21 के अंतर्गत रबी की फसलों का बीमा करवाने के लिए पंजीकरण शुरू हो चुका है। पंजीकरण करवाने के लिए 15 दिसंबर तक का समय निश्चित किया गया है।
फसल बीमा का लाभ लेने के लिए किसान को अपने नजदीकी बैंक, प्राथमिक कृषि साख समिति, कॉमन सर्विस सेंटर (CSC), ग्राम स्तर के उद्यमियों (VLY), कृषि विभाग के दफ्तर या बीमा कंपनी के प्रतिनिधि से संपर्क कर पंजीकरण कराना होगा। किसान राष्ट्रीय फसल बीमा पोर्टल (NCIP) या फसल बीमा ऐप से भी रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
किसानों को अच्छी पैदावार के लिए खाद और उर्वरक की आवश्यकता तो होती ही है। उनकी आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए IFFCO किसानों को फर्टिलाइजर्स (Fertilizers) मुहैया करवा रहा है और वो भी दुर्घटना बीमा के साथ।