शोधकर्ता आकृति गुप्ता ने खोजा रोहू मछली को बीमारियों से बचाने का नया तरीक़ा
शोधार्थी आकृति गुप्ता ने रोहू मछली पालन के लिए बीमारियों से बचाने का नया तरीक़ा खोजा, जिससे मछली पालन और सुरक्षित होगा।
शोधार्थी आकृति गुप्ता ने रोहू मछली पालन के लिए बीमारियों से बचाने का नया तरीक़ा खोजा, जिससे मछली पालन और सुरक्षित होगा।
बलवंत सिंह ने प्राकृतिक खेती अपनाकर कम लागत में अधिक लाभ कमाया और आसपास के किसानों को भी इस राह पर चलने के लिए प्रेरित किया।
श्रेष्ठा देवी की सफलता की कहानी बताती है कि प्राकृतिक खेती से ख़र्च घटाकर किसान अधिक मुनाफ़ा और सम्मान पा सकते हैं।
प्राकृतिक खेती से किसान सुनील दत्त ने खरपतवार पर जीत हासिल की और कम लागत में अधिक मुनाफ़ा पाया जानिए उनकी पूरी कहानी।
मोहन सिंह ने विदेश नौकरी छोड़ प्राकृतिक खेती अपनाई। कम खर्च, ज़्यादा उत्पादन और लाखों की आमदनी से बने प्रेरणा।
प्राकृतिक खेती से सिवनी जिले के किसान जितेन्द्र ने मिट्टी की सेहत सुधारी, लागत घटाई और बेहतर आमदनी का नया रास्ता बनाया।
हिमाचल की सत्या देवी ने प्राकृतिक खेती (Natural farming) से ख़र्च घटाकर मुनाफ़ा बढ़ाया और सेहत सुधारी, बन गईं क्षेत्र की प्रेरणा।
प्राकृतिक खेती से हिमाचल के किसान मनोज शर्मा ने खर्च घटाकर आमदनी बढ़ाई और मिट्टी की सेहत में सुधार किया।
लाहौल के किसान तोग चंद ठाकुर ने देश में पहली बार हींग की खेती में सफलता पाई, आत्मनिर्भर भारत की ओर बड़ा कदम।
रिंग पिट विधि से गन्ने की खेती में नई क्रांति लाए शाहजहांपुर के किसान कौशल मिश्रा, जानिए उनकी सफलता की पूरी कहानी।
कोरना काल में हिमाचल के प्रदीप वर्मा ने प्राकृतिक खेती से कम लागत में बेहतर मुनाफ़ा कमाकर किसानों को दी नई दिशा।
प्राकृतिक खेती (Natural Farming) से आत्मनिर्भर बने कृष्णानंद यादव, 1 एकड़ में उगा रहे हैं जैविक सब्जियां और अनाज।
इंडो-इज़राइल कृषि परियोजना से मुरैना में हाईटेक खेती से सब्ज़ी उत्पादन बढ़ा, किसान हो रहे आर्थिक रूप से सशक्त।
विकास दास ने प्राकृतिक खेती (Natural Farming) से उत्पादन लागत घटाई और मुनाफ़ा बढ़ाया, यह कहानी है एक साधारण किसान के असाधारण बदलाव की।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त 2 अगस्त 2025 को वाराणसी से जारी होगी, करोड़ों किसानों को इसका लाभ मिलेगा।
गेंदा फूल की खेती से खूंटी के महिला और युवा किसान बन रहे लखपति, फूलों की खेती बन रही है ग्रामीण क्षेत्रों में आय का नया ज़रिया।
मुख्यमंत्री क्लस्टर योजना से राजेश रंजन ने नींबू की खेती में पाई सफलता, अब कई किसानों को बन रहे हैं आत्मनिर्भरता की प्रेरणा।
ककोड़ा की खेती से चंबल और मुरैना के आदिवासी समुदायों को मिल रही नई पहचान, सेहत और आय दोनों में आ रहा सुधार।
मुर्गी पालन से आत्मनिर्भर बनीं योगेश्वरी देवांगन की प्रेरक कहानी, जिन्होंने गांव में रहकर ही शुरू किया लाखों का व्यवसाय।
प्राकृतिक खेती (Natural Farming) अपनाकर हिमाचल के किसान जीत सिंह ने सेब उत्पादन में बढ़ोतरी की और ख़र्च भी घटाया।