भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का 97वां स्थापना दिवस: कृषि विकास की नई उपलब्धियों का उत्सव

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का 97वां स्थापना दिवस (97th Foundation Day of ICAR) नई तकनीकों, रिकॉर्ड उत्पादन और किसानों के लिए नवाचारों का जश्न है।

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का 97वां स्थापना दिवस 97th Foundation Day of ICAR

आज देश की अग्रणी कृषि अनुसंधान संस्था भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का 97वां स्थापना दिवस (97th Foundation Day of ICAR) बड़े उत्साह और गौरव के साथ नई दिल्ली स्थित एनएएससी परिसर के सी. सुब्रमण्यम हॉल में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया।

कृषि नवाचारों और किसानों की उपलब्धियों का उत्सव (Celebration of agricultural innovations and achievements of farmers)

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का 97वां स्थापना दिवस (97th Foundation Day of ICAR) केवल एक परंपरागत कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह देश की कृषि विकास यात्रा में एक मील का पत्थर है। इस मौके पर ICAR राष्ट्रीय कृषि विज्ञान पुरस्कार भी प्रदान किए जा रहे हैं, साथ ही कई नई तकनीकों, उत्पादों और समझौता ज्ञापनों (MoUs) का लोकार्पण किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री भगीरथ चौधरी, नीति आयोग के सदस्य डॉ. रमेश चंद, और ICAR के कई वरिष्ठ अधिकारी जैसे डॉ. एम.एल. जात, संजय गर्ग, और पुनीत अग्रवाल भी उपस्थित हैं।

2024-25 की उल्लेखनीय उपलब्धियां (Notable achievements of 2024-25)

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का 97वां स्थापना दिवस (97th Foundation Day of ICAR) एक ऐसे वर्ष में मनाया जा रहा है, जब भारत ने 353.95 मिलियन टन खाद्यान्न उत्पादन कर नया कीर्तिमान स्थापित किया। भारत चावल के मामले में न केवल सबसे बड़ा उत्पादक रहा बल्कि विश्व में सबसे बड़ा निर्यातक भी बना, जिसकी वैश्विक हिस्सेदारी 40% रही।

इसके अलावा, देश ने 239.30 मिलियन टन दूध उत्पादन के साथ पहला स्थान कायम रखा, जबकि गेहूं उत्पादन 117.3 मिलियन टन रहा। बागवानी में भी भारत ने 367.72 मिलियन टन का रिकॉर्ड हासिल किया। मत्स्य क्षेत्र में भी भारत 18.42 मिलियन टन के साथ दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक रहा।

नवाचार और फ्लैगशिप योजनाएं (Innovation and flagship plans)

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का 97वां स्थापना दिवस (97th Foundation Day of ICAR) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अगस्त 2025 में जारी की गई 109 जलवायु-प्रतिरोधी, पोषक और हाई-यील्डिंग फ़सल क़िस्मों की घोषणा के बाद आयोजित हो रहा है। ICAR ने ‘वन साइंटिस्ट वन प्रोडक्ट’, ‘100 डेज 100 वैरायटीज’, ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ जैसे कई फ्लैगशिप कार्यक्रम शुरू किए हैं, जिनसे 1.35 करोड़ किसानों को सीधे लाभ मिला है।

कृषि अनुसंधान में ऐतिहासिक प्रगति (Historical progress in agricultural research)

ICAR ने वर्ष भर में 679 फ़सल क़िस्में विकसित कीं, जिनमें 27 जैव-पोषित क़िस्में शामिल हैं। खास बात यह है कि बासमती चावल के ₹50,000 करोड़ के निर्यात में 90% योगदान केवल ICAR की 4 क़िस्मों का है। गेहूं की पैदावार 115.3 मिलियन टन पहुंची, जिसमें 85% क्षेत्र ICAR की जलवायु-प्रतिरोधी क़िस्मों से आच्छादित रहा। दलहन और तिलहन में भी क़िस्म परिवर्तन दर तेजी से बढ़ी है।

बागवानी, मत्स्य और पशुपालन में प्रगति (Progress in horticulture, fisheries and animal husbandry)

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का 97वां स्थापना दिवस horticulture में भी 83 नई क़िस्मों के विकास का जश्न मना रहा है। ICAR ने सुपर-इंटेंसिव झींगा पालन तकनीक विकसित की है, जो 30–40 टन/हेक्टेयर की उत्पादन क्षमता देती है। पशुधन विकास में 10 स्वदेशी नस्लें पंजीकृत की गईं, 5 टीके और 7 डायग्नोस्टिक उपकरण विकसित किए गए। 6.11 लाख सीमन डोज और 14.09 लाख पोल्ट्री जर्मप्लाज्म किसानों को वितरित किए गए।

प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन और कृषि शिक्षा में योगदान (Contribution to natural resource management and agricultural education)

ICAR ने 40,000 नमूनों की एक नेशनल सॉयल स्पेक्ट्रल लाइब्रेरी बनाई है और 35 “गुड एग्रीकल्चरल प्रैक्टिसेज़” राज्य-विशेष रूप में तैयार की हैं। कृषि शिक्षा के क्षेत्र में ICAR ने 76 कृषि विश्वविद्यालयों से जुड़कर रिसर्च, एक्सटेंशन और शिक्षा को मज़बूती दी है। PM-ONOS और ASEAN फेलोशिप जैसे कई नए कार्यक्रम शुरू किए गए हैं।

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का 97वां स्थापना दिवस: कृषि विकास की नई उपलब्धियों का उत्सव

किसानों तक सीधी पहुंच और उद्यमिता का विकास (Direct access to farmers and development of entrepreneurship)

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का 97वां स्थापना दिवस उन 3.8 लाख किसानों तक भी पहुँचा है जिन्हें मोबाइल एडवाइजरी के माध्यम से सलाह दी गई। ICAR ने 694 स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रमों के माध्यम से 16,952 युवाओं को प्रशिक्षित किया और 3,398 उद्यमों की शुरुआत करवाई।

वैश्विक स्तर पर ICAR की पहचान (Recognition of ICAR at global level)

ICAR ने ASEAN, BRICS, SCO, G20 जैसे वैश्विक मंचों के साथ सहयोग बढ़ाया है। इस वर्ष 9 नए MoUs पर हस्ताक्षर किए गए हैं और 50 ASEAN-India फेलोशिप्स प्रदान की गईं।

भविष्य की ओर बढ़ते कदम (Steps towards the future)

ICAR अब क्लाइमेट-स्मार्ट कृषि, मिलेट्स पर वैश्विक केंद्र, जीन एडिटिंग और मिशन ऑन एडिबल ऑयल्स जैसे कार्यक्रमों पर भी ध्यान केंद्रित कर रहा है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का 97वां स्थापना दिवस (97th Foundation Day of ICAR) केवल उपलब्धियों का उत्सव नहीं है, बल्कि यह आने वाले वर्षों के लिए प्रतिबद्धता का एक वादा भी है—जहां अनुसंधान, नवाचार और किसान हित ही प्राथमिकता रहेंगे।

इसे भी पढ़िए: The Poultry Expo 2025 का इंडिया एक्सपो मार्ट, ग्रेटर नोएडा में 21 से 23 अगस्त तक होने जा रहा है आयोजन

सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top