रामलाल लहरे की जईया मिर्च की खेती: एक नई पहचान और नवाचार की कहानी

रामलाल लहरे ने जईया मिर्च की खेती से नया एग्री स्टार्टअप शुरू किया, जो स्थानीय किसानों के लिए एक प्रेरणा है और क्षेत्रीय कृषि में नवाचार का प्रतीक बन गया है।

जईया मिर्च की खेती Cultivation of Jaiya Chilli

छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के राजपुर गांव के निवासी रामलाल लहरे ने अपनी मेहनत और नवाचार के जरिए खेती के क्षेत्र में एक नई पहचान बनाई है। 5 जून 1995 को जन्मे रामलाल ने खेती के साथ-साथ जईया मिर्च की दुर्लभ और तीखी प्रजाति पर आधारित एक अनोखा एग्री स्टार्टअप शुरू किया है। उनकी यह पहल स्थानीय किसानों और क्षेत्रीय कृषि के लिए एक मिसाल बन गई है।

जईया मिर्च की खेती (Cultivation of Jaiya Chilli) 

जईया मिर्च छत्तीसगढ़ के पहाड़ी क्षेत्रों में पाई जाने वाली जंगली प्रजाति की मिर्च है, जो अपनी तीव्रता और औषधीय गुणों के लिए प्रसिद्ध है।

ख़ासियत

  1. यह मिर्च गुरुत्वाकर्षण के विपरीत दिशा में (ऊपर की ओर) लगती है।
  2. एक बार रोपण करने पर यह मिर्च पांच साल तक फल देती है।
  3. मिर्च का उपयोग केवल खाद्य सामग्री के लिए नहीं, बल्कि औषधीय रूप से भी किया जाता है।

रामलाल लहरे ने इस मिर्च के कैप्साइसिन यौगिक का एक्सट्रैक्शन करना शुरू किया, जिसका उपयोग दर्द निवारक, सूजन को कम करने और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में होता है।

खेत से प्रयोगशाला तक की यात्रा (The journey from field to laboratory)

रामलाल ने न केवल इस मिर्च की खेती को बढ़ावा दिया, बल्कि इसके औषधीय उपयोगों पर भी काम किया।

  • उन्होंने कैप्साइसिन यौगिक को निकालने के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग शुरू किया।
  • इसका पंजीकरण पीपीएफआरए (प्लांट प्रोटेक्शन एंड फार्मर्स राइट्स अथॉरिटी) में रामलाल लहरे के नाम से कराया गया है, जो परीक्षण प्रक्रिया में है।

जईया मिर्च की खेती और स्टार्टअप का सफर (Cultivation of Jaiya Chilli and the Journey of Startup)

रामलाल का स्टार्टअप केवल जईया मिर्च की खेती (Cultivation of Jaiya Chilli) तक सीमित नहीं है। इसके उद्देश्य निम्नलिखित हैं:

  1. स्थानीय किसानों को सशक्त बनाना:
    उन्होंने 10 किसानों की समिति बनाई है, जिससे वे अपनी तकनीक और उत्पाद का लाभ साझा कर सकें।
  2. वेल्यू एडिशन:
    मिर्च का उपयोग औषधीय उत्पादों में कर इसे अधिक मूल्यवान बनाना।
  3. स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर मार्केटिंग:
    उन्होंने जईया मिर्च को न केवल स्थानीय बाजार में बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान दिलाई है।

सम्मान और उपलब्धियां (Honours and achievements)

रामलाल लहरे को उनके नवाचार और मेहनत के लिए कई सम्मानों से नवाजा गया है।

  • इन्वोवेटिव फार्मर अवार्ड 2020 (ICAR, नई दिल्ली): उन्हें कृषि के क्षेत्र में नवाचार के लिए यह प्रतिष्ठित सम्मान प्राप्त हुआ।

कृषि में नई तकनीक का उपयोग (use of new technology in agriculture)

रामलाल ने अपने खेतों में आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया है:

  1. जल संरक्षण तकनीक:
    उनके खेतों में 5 डिग्गियां बनाई गई हैं, जिनमें से 2 पक्की और 3 में प्लास्टिक का उपयोग किया गया है। कुल जल भंडारण क्षमता: 11 करोड़ लीटर।
  2. सौर ऊर्जा का उपयोग:
    पानी खींचने के लिए सोलर पंप और ऑटोमेशन तकनीक का उपयोग किया गया है।

सरकारी सहायता की कमी और उनकी पहल (Lack of government support and their initiatives)

रामलाल ने अब तक किसी सरकारी योजना का लाभ नहीं लिया है, लेकिन उनकी मेहनत और नवाचार ने उन्हें आत्मनिर्भर बनाया है।

  • स्थानीय किसानों को जोड़ना:
    उन्होंने अन्य किसानों को जईया मिर्च की खेती (Cultivation of Jaiya Chilli) के लिए प्रेरित किया और उन्हें तकनीकी सहायता भी प्रदान की।
  • मार्केटिंग:
    जईया मिर्च के औषधीय और खाद्य उपयोग को बढ़ावा देकर उन्होंने इसे एक विशिष्ट उत्पाद बनाया है।

भविष्य की योजनाएं और विस्तार (Future plans and expansion)

रामलाल लहरे की योजनाएं न केवल उनकी व्यक्तिगत सफलता के लिए हैं, बल्कि अन्य किसानों की मदद के लिए भी हैं।

  1. औषधीय उत्पादों का निर्माण:
    कैप्साइसिन का उपयोग करके नई औषधीय सामग्री विकसित करना।
  2. स्थानीय किसानों को सशक्त बनाना:
    अधिक से अधिक किसानों को अपने स्टार्टअप से जोड़ना और उनके उत्पादों को बाजार तक पहुंचाना।
  3. राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विस्तार:
    जईया मिर्च को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाना।

निष्कर्ष: जईया मिर्च की खेती का प्रभाव (Conclusion: Impact of Jaiya Chilli Cultivation)

रामलाल लहरे की कहानी मेहनत, नवाचार और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। जईया मिर्च जैसी दुर्लभ फसल पर काम करके उन्होंने यह सिद्ध किया है कि अगर मेहनत और सच्ची लगन हो, तो छोटी शुरुआत से भी बड़े लक्ष्य हासिल किए जा सकते हैं।

उनकी यह यात्रा अन्य किसानों के लिए प्रेरणा है और यह दिखाती है कि खेती में नवाचार और तकनीकी का उपयोग करके न केवल अपनी आर्थिक स्थिति बेहतर की जा सकती है, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव भी लाया जा सकता है। जईया मिर्च की खेती (Cultivation of Jaiya Chilli) को बढ़ावा देने के साथ-साथ रामलाल लहरे ने कृषि क्षेत्र में एक नई दिशा दिखाई है।

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