विदेश की नौकरी छोड़ अपनाई आधुनिक खेती: पढ़ें नवीन मोहन राजवंशी की सफलता की कहानी

नवीन मोहन राजवंशी की प्रेरक कहानी बताती है कि कैसे उन्होंने आधुनिक खेती अपनाकर उत्तर प्रदेश के गांव में बदलाव लाया है। उनका अनुभव किसानों के लिए प्रेरणा है।

आधुनिक खेती Modern Farming

प्रस्तावना

क्या आप जानते हैं कि आज के युवा भी खेती में अपना भविष्य देख रहे हैं? आज हम आपको बताएंगे उत्तर प्रदेश के एक ऐसे युवा की कहानी, जिसने विदेश की अच्छी नौकरी छोड़कर गांव में आधुनिक खेती (Modern Farming) करने का फैसला किया।

सीतापुर जिले के पिछौरा गांव के नवीन मोहन राजवंशी की कहानी बिल्कुल अलग है। एमबीए करने के बाद जहां ज़्यादातर लोग बड़े शहरों या विदेशों में नौकरी करते हैं, वहीं नवीन ने खाड़ी देशों की नौकरी छोड़कर अपने गांव में आधुनिक खेती शुरू की। बचपन से ही खेती का शौक़ रखने वाले नवीन ने अपने माँ-बाप को खेतों में काम करते देखा था। आज वही नवीन पिछले चार सालों से कृषि में नई तकनीक और आधुनिक तकनीकों से आधुनिक खेती कर रहे हैं और दूसरे किसानों के लिए मिसाल बन गए हैं। आइए जानते हैं कैसे एक पढ़े-लिखे युवा ने अपनी पढ़ाई और विदेशी अनुभव का इस्तेमाल देसी खेती को आधुनिक बनाने में किया।

नवीन मोहन राजवंशी जी का परिचय (Introduction)

नवीन मोहन राजवंशी, उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के पिछौरा गांव के निवासी, पिछले चार वर्षों से आधुनिक कृषि में सक्रिय रूप से योगदान दे रहे हैं। शिपिंग और लॉजिस्टिक्स में एमबीए करने के बाद, उन्होंने खाड़ी देशों में काम किया, लेकिन उनका दिल हमेशा खेती में लगा रहा। आज, वे न केवल अपने खेतों में कृषि में नई तकनीक का उपयोग कर रहे हैं, बल्कि उन्होंने अपनी खेती में जैविक विधियों को भी शामिल किया है। नवीन का लक्ष्य अपने गांव के किसानों को सतत कृषि के महत्व के प्रति जागरूक करना है, ताकि वे अधिक उत्पादन के साथ-साथ पर्यावरण की सुरक्षा भी कर सकें।

आधुनिक खेती की ओर कदम (Step towards modern farming)

दुबई में रहते हुए नवीन ने यह महसूस किया कि भारतीय कृषि उत्पाद वहां अच्छी क़ीमत पर बिकते हैं। यह देखकर उन्हें अपने देश के कृषि संभावनाओं के बारे में और अधिक जानने की प्रेरणा मिली। लॉकडाउन के दौरान भारत लौटने पर, उन्होंने कृषि के क्षेत्र में गहन शोध करने का निर्णय लिया। उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों और अनुभवी किसानों से बहुत कुछ सीखा और उनके अनुभवों का लाभ उठाया।

जब उन्होंने अपने गांव का दौरा किया, तो देखा कि वहां अभी भी पारंपरिक तरीकों से खेती हो रही थी। लोगों की मान्यता थी कि खेती घाटे का सौदा है, और इसलिए उन्होंने इस पेशे से दूर रहना ही बेहतर समझा। लेकिन नवीन ने इस सोच को बदलने का निश्चय किया। उन्होंने समझा कि यदि सही कृषि में नई तकनीक और दृष्टिकोण का उपयोग किया जाए, तो आधुनिक खेती (Modern Farming) न केवल लाभदायक हो सकती है, बल्कि यह एक स्थायी और समृद्ध जीवन का आधार भी बन सकती है। उनके इस नए दृष्टिकोण ने गांव के किसानों को भी प्रेरित किया कि वे भी खेती में नवाचार करें।

फसलों का चयन (Selection of Crops)

वर्तमान में, नवीन 20 बीघा भूमि पर स्ट्रॉबेरी, शिमला मिर्च, जुकिनी और गन्ने की खेती कर रहे हैं। उनका फसल चयन न केवल बाजार की मांग को ध्यान में रखकर किया गया है, बल्कि यह उनके अनुभव और ज्ञान पर भी आधारित है। 

उन्होंने अपनी यात्रा स्ट्रॉबेरी और मशरूम की खेती से शुरू की, जो उन्हें बहुत पसंद आई। स्ट्रॉबेरी की खेती ने उन्हें अच्छी आय देने के साथ-साथ बाजार में एक विशेष पहचान भी दिलाई। इसके बाद, उन्होंने अन्य फसलों की खेती करने का निर्णय लिया, जैसे कि शिमला मिर्च और जुकिनी, जो उच्च मूल्य वाली सब्जियां हैं। 

नवीन का यह सोचकर फसलों का चयन करना कि कौन-सी फसलें अधिक लाभ दे सकती हैं, उनके व्यवसायिक दृष्टिकोण को दर्शाता है। उनका प्रयास न केवल उनकी आय बढ़ाने में मदद कर रहा है, बल्कि इससे गांव में कृषि को एक नई दिशा भी मिल रही है।

आधुनिक तकनीकों का प्रयोग (Use of modern technologies)

इजराइल की कृषि तकनीकों से प्रेरित होकर, नवीन ने अपनी खेती में ड्रिप इरिगेशन प्रणाली को अपनाया। यह प्रणाली न केवल जल की बचत करती है, बल्कि फसलों को सही मात्रा में नमी भी प्रदान करती है। इससे उनकी स्ट्रॉबेरी की पैदावार में भी सुधार हुआ है।

स्ट्रॉबेरी की खेती में फंगस और शीत से बचाव के लिए उन्होंने क्रॉप कवर का उपयोग किया। यह तकनीक न केवल फसलों को सुरक्षात्मक कवच प्रदान करती है, बल्कि इससे उत्पाद की गुणवत्ता भी बढ़ती है। खरपतवार नियंत्रण के लिए, नवीन ने रासायनिक पदार्थों के बजाय मल्चिंग विधि को अपनाया। यह विधि प्राकृतिक है और मिट्टी की नमी बनाए रखने में मदद करती है, साथ ही खरपतवारों की वृद्धि को भी रोकती है। उनके इस प्रयास से न केवल लागत में कमी आई है, बल्कि पर्यावरण पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। नवीन की इन आधुनिक तकनीकों का प्रयोग अन्य किसानों के लिए भी प्रेरणा स्रोत बन रहा है।

जैविक खेती का महत्व (Importance of Organic Farming)

नवीन केवल जैविक खाद का प्रयोग करते हैं, जैसे कि गोबर की खाद, जीवामृत और वर्मीकंपोस्ट। उनका मानना है कि जैविक खेती न केवल मिट्टी की गुणवत्ता को सुधारती है, बल्कि फसलों को भी अधिक पोषक तत्व प्रदान करती है। वे निरंतर कृषि में नई तकनीक और नई तकनीकों की जानकारी एकत्र करते रहते हैं, ताकि अपने खेती के तरीकों को और अधिक प्रभावी बना सकें।

आर्थिक पहलू (Economic Aspects)

नवीन मोहन राजवंशी जी बताते हैं कि प्रति फसल, छह महीने में लगभग 3-4 लाख रुपये का शुद्ध लाभ प्राप्त होता है। यह सुनकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि उनकी मेहनत और आधुनिक तरीकों का उपयोग कितनी सफलता ला रहा है। मुख्य खर्च प्लांट, जैविक खाद, ड्रिप सिंचाई, मल्चिंग और श्रमिकों पर आता है। 

नवीन का यह आर्थिक दृष्टिकोण अन्य किसानों के लिए भी प्रेरणा है, कि कैसे सही तकनीकों और प्रबंधन से वे अपनी आय को बढ़ा सकते हैं। उनका अनुभव यह साबित करता है कि जैविक खेती न केवल पर्यावरण के लिए फायदेमंद है, बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी लाभकारी है।

विपणन की चुनौतियां और समाधान (Marketing Challenges and Solutions)

शुरुआत में, नवीन को अपने उत्पादों को लखनऊ तक पहुंचाने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा। बाजार में प्रतिस्पर्धा और वितरण की समस्याएं उनके लिए चुनौतीपूर्ण थीं। लेकिन धीरे-धीरे, उन्होंने सीतापुर और लखीमपुर के स्थानीय बाजारों में सीधे फल विक्रेताओं से संपर्क करना शुरू किया। इस बदलाव ने उनके उत्पादों की पहुंच को बढ़ाया और आज उनके उत्पादों की अच्छी मांग है। उनकी मेहनत और सही रणनीति ने विपणन में आने वाली बाधाओं को पार करने में मदद की।

सरकारी योजनाओं का लाभ (Benefits of government schemes)

नवीन ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना Per Drop More Crop के अंतर्गत ड्रिप सिंचाई की सुविधा प्राप्त की, जो उनके लिए एक महत्वपूर्ण सहायता साबित हुई। इस योजना के माध्यम से उन्हें न केवल आर्थिक मदद मिली, बल्कि उनकी खेती की तकनीकों में भी सुधार हुआ। इसके साथ ही, उद्यान विभाग से भी उन्हें नियमित सहायता मिलती है, जो उन्हें नवीनतम जानकारी और संसाधनों तक पहुंच प्रदान करती है। 

इन सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर, नवीन ने अपनी खेती को एक नई दिशा दी है और यह साबित किया है कि सही जानकारी और संसाधनों का उपयोग करके कोई भी किसान अपनी कृषि गतिविधियों को सफल बना सकता है।

सम्मान और पुरस्कार (Honours and Awards)

23 दिसंबर 2022 को चौधरी चरण सिंह जयंती पर आयोजित किसान सम्मान दिवस में नवीन मोहन राजवंशी ने सीतापुर जिले में प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया। यह पुरस्कार उनके कठिन परिश्रम और आधुनिक खेती (Modern Farming) के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का सम्मान है। 

इस पुरस्कार ने न केवल उन्हें व्यक्तिगत रूप से प्रेरित किया, बल्कि उनके गांव के अन्य किसानों के लिए भी एक प्रेरणा का स्रोत बना। उनका यह सम्मान दर्शाता है कि जब किसान आधुनिक तकनीकों को अपनाते हैं और मेहनत करते हैं, तो सफलता अवश्य मिलती है। यह उनकी यात्रा का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो उन्हें आगे बढ़ने के लिए और भी उत्साहित करता है।

नए किसानों के लिए सुझाव (Tips for New Farmers)

नवीन मोहन राजवंशी अन्य किसानों को महत्वपूर्ण सलाह देते हैं:

– फसल की शुरुआत से पहले बाजार का अध्ययन करें। 

– उत्पादन से ज़्यादा महत्वपूर्ण है विपणन की रणनीति

– गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें। 

– जैविक खेती को प्राथमिकता दें। 

– किफायती तरीके से खेती करें। 

– व्यावसायिक दृष्टिकोण अपनाएं। 

भविष्य की योजनाएं (His Future Plans)

नवीन जी का सपना है कि वे 100 से अधिक किसानों का एक संगठन बनाएं, जहां प्रत्येक किसान एक बीघा में गुणवत्तापूर्ण उत्पादन करें। उनका लक्ष्य है कि इन उत्पादों का निर्यात किया जाए और अधिक से अधिक किसानों को आधुनिक खेती (Modern Farming) से जोड़ा जाए।

निष्कर्ष (Conclusion)

नवीन मोहन राजवंशी जी की कहानी यह साबित करती है कि यदि कृषि में नई तकनीक और मेहनत का सही संयोजन किया जाए, तो खेती न केवल एक पेशा बन सकता है, बल्कि यह एक सफल और समृद्ध जीवन का आधार भी बन सकता है। उनके अनुभवों और दृष्टिकोण से अन्य किसानों को भी प्रेरणा मिल सकती है कि वे आधुनिक खेती अपनाकर अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं।

ये भी पढ़ें: पॉलीहाउस की खेती में जयपुर के मांगीलाल ने अपनाई खेती की उन्नत तकनीकें 

सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।

2 thoughts on “विदेश की नौकरी छोड़ अपनाई आधुनिक खेती: पढ़ें नवीन मोहन राजवंशी की सफलता की कहानी”

    1. आप हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करें हम आपकी पूरी सहायता करेंगे।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top