कृषि में नई तकनीक: वाराणसी की किसान अनिता देवी ड्रोन एक्सपर्ट बनकर ला रही क्रांति

अनिता देवी ने एग्रीकल्चर ड्रोन का इस्तेमाल शुरू किया, और उनके खेतों की किस्मत बदल गई। ये ड्रोन फर्टिलाइजर को सीधे पौधों पर छिड़कता है, जिससे टाइम और मेहनत की बचत होती है।इसके साथ ही, मिट्टी को भी गैरज़रूरी केमिकल से बचाया जा सकता है। इस तकनीक के कारण फसल की गुणवत्ता बेहतर होती है और उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है।

कृषि में नई तकनीक: वाराणसी की किसान अनिता देवी ड्रोन एक्सपर्ट बनकर ला रही क्रांति

क्या आपने कभी सोचा है कि हमारे खेतों में नई तकनीक की मदद से खेती न केवल आसान हो सकती है, बल्कि अधिक लाभकारी भी? आज हम आपको मिलवा रहे हैं उत्तर प्रदेश के वाराणसी की अनिता देवी (Anita Devi) से, जिन्होंने कृषि में नई तकनीक (New technology in agriculture) का ऐसा उपयोग किया है, जिससे न सिर्फ उनकी पैदावार बढ़ी है, बल्कि वो सैकड़ों किसानों के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं।

 ‘नमो ड्रोन दीदी योजना’ से शुरूआत  

 अनिता देवी  ने साबित कर दिया है कि अगर इरादे बुलंद हों और तकनीक का सही इस्तेमाल हो, तो किसान आत्मनिर्भर बन सकते हैं। उनकी कहानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘नमो ड्रोन दीदी योजना’ से शुरू होती है, जो महिलाओं को कृषि में आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक अनोखी पहल है। इस योजना ने अनिता देवी को सिर्फ एक किसान नहीं, बल्कि एक एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट (Drone technology) बना दिया है।

एग्रीकल्चर ड्रोन का इस्तेमाल

अनिता देवी ने एग्रीकल्चर ड्रोन का इस्तेमाल शुरू किया, और उनके खेतों की किस्मत बदल गई। ये ड्रोन फर्टिलाइजर को सीधे पौधों पर छिड़कता है, जिससे टाइम और मेहनत की बचत होती है। इसके साथ ही, मिट्टी को भी गैरज़रूरी केमिकल से बचाया जा सकता है। इस तकनीक के कारण फसल की गुणवत्ता बेहतर होती है और उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है।

पहले हमें फर्टिलाइजर डालने में बहुत समय और मेहनत लगती थी। लेकिन अब ड्रोन की मदद से ये काम मिनटों में हो जाता है। इससे हमारी लागत कम हुई है और मुनाफा बढ़ा है। 

 किसानों को बताए ड्रोन के फायदे 

अनिता देवी ने ड्रोन तकनीक का उपयोग न केवल अपने खेतों में किया, बल्कि अपने आसपास के किसानों को भी इसके फायदे बताए। आज उनके क्षेत्र के दर्जनों किसान इस तकनीक को अपना चुके हैं और खेती के नतीजे पहले से कहीं बेहतर हो गए हैं।”

 एग्रीकल्चर ड्रोन की सबसे बड़ी खासियत है कि ये फर्टिलाइजर और कीटनाशकों को समान रूप से छिड़कता है। इससे फसलों को सही मात्रा में पोषण मिलता है और मिट्टी की सुरक्षा भी होती है। इसके अलावा, इस तकनीक से समय और श्रम की बचत होती है, जिससे किसानों को अधिक लाभ होता है।

महिलाओं में जागी आत्मनिर्भरता

प्रधानमंत्री ‘नमो ड्रोन दीदी योजना’ के तहत अनिता देवी जैसी महिलाएं न केवल अपने परिवार का सहारा बनी हैं, बल्कि वो और भी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का काम कर रही हैं। इस योजना के तहत उन्हें ड्रोन ऑपरेट करने की ट्रेनिंग दी गई और आज वो एक सफल किसान और टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट के रूप में अपनी पहचान बना चुकी हैं।”

 नई तकनीक से खेती होगी सुरक्षित 

 उनकी मेहनत और योगदान को देखते हुए अनिता देवी को कई मंचों पर सम्मानित किया गया है। वो कहती हैं, नई तकनीक से खेती करना हमारे भविष्य को सुरक्षित बनाने का एक तरीका है। ये सिर्फ मेरे लिए नहीं, बल्कि हर किसान के लिए वरदान है।

अनिता देवी के मुताबिक, नई तकनीक को अपनाने से खेती के पारंपरिक तरीकों की तुलना में बहुत सारे फायदे हैं। ड्रोन का उपयोग न केवल फर्टिलाइजर के लिए किया जा सकता है, बल्कि इससे फसलों की निगरानी और बीज बोने का काम भी आसानी से हो सकता है।

ड्रोन के ज़रीये से भारतीय खेती को एक नई दिशा 

अनिता देवी ने अपनी नॉलेज को शेयर करने का भी बीड़ा उठाया है। वो किसानों को ट्रेनिंग देती हैं और उन्हें बताती हैं कि कैसे ड्रोन टेक्नोलॉजी का सही उपयोग करके खेती को बेहतर बनाया जा सकता है। उनका मानना है कि अगर हर किसान इस तकनीक को अपनाए, तो भारतीय खेती को एक नई दिशा दी जा सकती है।”

 अनिता देवी दूसरी महिलाओं के लिए प्रेरणा 

अनिता देवी जैसी महिलाओं की बदौलत आज भारतीय खेती में नई क्रांति आ रही है। उनकी कहानी हर उस किसान के लिए प्रेरणा है, जो आधुनिक तकनीक को अपनाकर अपनी ज़िंदगी को बेहतर बनाना चाहता है। अगर आप भी कृषि में नई तकनीक के बारे में जानना चाहते हैं और इसे अपनी खेती में लागू करना चाहते हैं, तो अनिता देवी की इस कहानी से सीखें।

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