डेयरी फ़ार्मिंग: कम निवेश में पाना है शानदार मुनाफ़ा तो शुरू करें डेयरी फ़ार्मिंग बिज़नेस

डेयरी फ़ार्मिंग एक लाभकारी व्यवसाय है जो किसानों के लिए आमदनी का अच्छा स्रोत बन सकता है। जानें इसके लाभ और इस व्यवसाय को शुरू करने से पहले आवश्यक बातें।

डेयरी फ़ार्मिंग बिज़नेस Dairy Farming Business

अगर आप अपना कोई बिज़नेस शुरू करने की सोंच रहे हैं तो डेयरी फ़ार्मिंग (Dairy Farming) एक बहुत ही अच्छा और फ़ायदेमंद व्यवसाय साबित हो सकता है। भारत में शुरुआत से ही बहुत सारे लोगों और किसानों के लिए डेयरी फ़ार्मिंग एक महत्वपूर्ण आमदनी का ज़रिया रहा है।

डेयरी फ़ार्म में पलने वाले दुधारू पशुओं से मिलने वाले गोबर से मिट्टी की उपजाऊ शक्ति बढ़ती है जिससे फसलों की पैदावार भी अच्छी होती है। वहीं घर में खाना पकाने के लिए गोबर से बनने वाली गैस को ईंधन के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। डेयरी फ़ार्मिंग के अनेकों लाभ हैं लेकिन यदि आप इस बिज़नेस को शुरू करने की सोच रहे हैं, तो इससे पहले इन ज़रूरी बातों को अवश्य जान लें।      

डेयरी फ़ार्मिंग शुरू करने से पहले ये बातें जाननी ज़रूरी है (Important things before starting Dairy Farming)

डेयरी फ़ार्मिंग शुरू करने से पहले किन-किन बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है, आइए जानते हैं-

1. पशुओं के रहने की जगह

पशुओं के लिए रहने का आवास सूखी और ऊंची ज़मीन पर बनाएं। हवा आने-जाने के लिए खिड़कियां रखें। फ़र्श पक्का नहीं होना चाहिए। पानी निकलने का इंतजाम हो। गर्मी में छाया और सर्दी में आराम की व्यवस्था हो। वहां साफ़-सफ़ाई रहे और कीड़े-मकौड़े न आएं। गोबर से गैस बनाने की व्यवस्था हो और जानवरों के लिए भरपूर जगह हो।

2. सही पशु का चुनाव:

  • पशुओं को खरीदते समय स्वस्थ और ज़्यादा दूध देने वाले पशु ही खरीदें।
  • पशुओं को टीके ज़रूर लगवाएं।
  • नए पशुओं को क़रीब 2 हफ़्ते तक अलग रखें और निगरानी करें, फिर उन्हें बाकी पशुओं के साथ मिलाएं।
  • जुलाई से फ़रवरी के बीच भैंस खरीदना ज़्यादा फ़ायदेमंद होता है क्योंकि उससे ज्यादा मुनाफ़ा होता है।

3. पशुओं का आहार:

  • दूध देने वाले पशुओं के लिए सबसे अच्छा खाना सूखा हरा चारा होता है।
  • याद रखें कि पशु अपने शरीर के वजन का 2.5 से 3 फीसदी सूखा भोजन खाते हैं।
  • उन्हें विटामिन, खनिज और साफ़ पानी भी दें।
  • भैंसों और गायों को नहलाएं और उनकी अच्छी देखभाल करें।

4. पशुओं का दूध सही तरीके से दुहें:

  • आप एक दिन में पशुओं से 2 से 3 बार, निश्चित समय पर दूध दुह सकते हैं।
  • दुहने से पहले थन को साफ़ पानी या दवा से धोकर सुखा लें।
  •  ध्यान रखें कि दूध साफ़ जगह पर ही दुहना चाहिए।

5. बीमारियों से बचाव:

  • जितना ज़रूरी पशुओं को अच्छा खाना देना है, उतना ही ज़रूरी उनका स्वास्थ्य भी है।
  • इंसानों की तरह पशुओं की भी अच्छी देखभाल करनी ज़रूरी है, नहीं तो उन्हें भी बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए पशुओं के स्वास्थ्य पर नज़र रखें, बीमारी के लक्षण दिखने पर पशुओं के डॉक्टर से सलाह लें।
  • समय पर जांच कराएं, संक्रामक बीमारियों से बचाव करें, और साफ़-सफ़ाई बनाए रखें।

6. दूध बेचना:

  • दूध दुहने के बाद उसे जल्दी से बाज़ार में बेच दें, क्योंकि गर्मियों में दूध जल्दी ख़राब हो जाता है।
  • दूध रखने के बर्तनों को साबुन से अच्छी तरह धो लें और आख़िर में उन्हें साफ़ पानी से भी धो दें। इससे बीमारियां नहीं फैलेंगी।

डेयरी फ़ार्मिंग लाभ या हानि (Dairy Farming Profit or Loss)

नौवीं पंचवर्षीय योजना के अनुसार, सरकार ने पशुपालन और डेयरी पर क़रीब 2345 करोड़ रुपये ख़र्च करने का प्रावधान किया था।

आइए अब बात करते हैं कि डेयरी फ़ार्मिंग में लाभ कमाने की। शहरों के आसपास दूध की मांग ज्यादा होती है, इसलिए वहां डेयरी फ़ार्मिंग अच्छा कारोबार हो सकता है। इससे छोटे किसानों और गरीब मजदूरों को सबसे ज्यादा फ़ायदा होता है। एक किसान 2 दूध देने वाली भैंसों से साल में लगभग 12,000 रुपये का मुनाफ़ा कमा सकता है। 2 भैंसें खरीदने में 18,000 रुपये की लागत आती है। अगर किसान हर साल 4 से 5 हजार रुपये कर्ज़ और ब्याज के लिए दें, तब भी उसे 6000 से 9000 रुपये का शुद्ध मुनाफ़ा होगा इसलिए ये कहना ग़लत नहीं होगा कि डेयरी फ़ार्मिंग से फ़ायदा कमाया जा सकता है।

डेयरी फ़ार्मिंग (Dairy Farming) पर अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

सवाल 1: डेयरी फ़ार्मिंग में सुधार कैसे करें?

जवाब: पशुओं की उत्पादकता बढ़ाने के लिए बेहतर चारे व अधिक स्टॉल की व्यवस्था करें। इससे प्रति पशु दूध उत्पादन बढ़ेगा और लाभ भी अधिक मिलेगा। 

सवाल 2: डेयरी फ़ार्मिंग का क्या महत्व है?

जवाब: डेयरी न सिर्फ बिक्री के लिए दूध देती है बल्कि उससे ईंधन भी प्राप्त होता है। गोबर जो ईंधन, खाद और पोषक तत्व का स्रोत है। यह खेतों के लिए बहुत उपयोगी होता है।

सवाल 3: डेयरी फ़ार्म का दूध बेचना कैसे शुरू करें?  

जवाब: छोटे स्तर से शुरुआत करें। कुछ किसानों से दूध इकट्ठा कर स्थानीय बाजार में बेचें। धीरे-धीरे ग्राहकों की संख्या बढ़ाएं और वितरण नेटवर्क का विस्तार करें।

सवाल 4: भारत में डेयरी फ़ार्मिंग कितनी फ़ायदेमंद है?

जवाब: अच्छा गायों का झुंड और देखभाल के साथ डेयरी का कारोबार बहुत फ़ायदेमंद हो सकता है। लाभ गायों की संख्या, दूध की गुणवत्ता व बिक्री मूल्य पर निर्भर करेगा। उच्च गुणवत्ता दूध से अधिक लाभ मिलेगा।

सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।

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