Promoting New Technology In Agriculture: किसानों की ताकत बन रहा ड्रोन, डिजिटल खेती और मिट्टी की सेहत

खेती-किसानी टेक्नोलॉजी (Promoting new technology in agriculture) की मदद से आगे बढ़ रही है। सरकार किसानों की आय बढ़ाने और खेती को आसान बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है।

Promoting New Technology In Agriculture: किसानों की ताकत बन रहा ड्रोन, डिजिटल खेती और मिट्टी की सेहत

आज के जमाने में खेती-किसानी भी टेक्नोलॉजी (Promoting new technology in agriculture) की मदद से आगे बढ़ रही है। सरकार किसानों की आय बढ़ाने और खेती को आसान बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है। इनमें ड्रोन टेक्नोलॉजी, डिजिटल खेती और मिट्टी की सेहत (Drone technology, digital farming and soil health) को बेहतर बनाने जैसी कई नई पहल शामिल हैं। आइए जानते हैं कि ये योजनाएं कैसे किसानों की मदद कर रही हैं।

ड्रोन टेक्नोलॉजी: अब खेतों में उड़ेगा ‘किसान ड्रोन’ (Drone Technology: Now ‘Kisan Drone’ Fly In The Fields)

किसानों के लिए अब ड्रोन टेक्नोलॉजी एक वरदान बनकर आई है। सरकार ने ‘सब-मिशन ऑन एग्रीकल्चरल मैकेनाइजेशन’ (SMAM) के तहत किसानों को ड्रोन खरीदने के लिए वित्तीय सहायता देना शुरू किया है। इसके अलावा, कस्टम हायरिंग सेंटर (CHCs) और गाँव स्तर पर फार्म मशीनरी बैंक (FMBs) बनाए जा रहे हैं, जहाँ किसान किराए पर मशीनें ले सकते हैं।

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नमो ड्रोन दीदी योजना: महिलाओं को मिल रहा रोजगार (Namo Drone Didi Yojana: Women Are Getting Employment)

सरकार ने ‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना शुरू की है, जिसके तहत 15,000 ड्रोन महिला स्वयं सहायता समूहों (SHGs) को दिए जाएंगे। इससे महिलाओं को रोजगार मिलेगा और वे ड्रोन के जरिए खेतों में कीटनाशक छिड़काव जैसे काम कर सकेंगी। 2023-24 में पहले ही 1094 ड्रोन महिलाओं को दिए जा चुके हैं, जिनमें से 500 इस योजना के तहत दिए गए हैं। अगले दो सालों में 14,500 और ड्रोन बाँटे जाएंगे।

डिजिटल कृषि मिशन: खेती होगी स्मार्ट (Digital Agriculture Mission: Farming Will Become Smart)

सितंबर 2024 में सरकार ने ‘Digital Agriculture Mission’ शुरू किया है, जिस पर 2817 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस मिशन का मकसद है कि किसानों को डिजिटल टेक्नोलॉजी की मदद से बेहतर जानकारी मिल सके। इसमें निम्न शामिल हैं:

  • कृषि स्टैक (AgriStack): किसानों की जमीन, फसल और मौसम से जुड़ी जानकारी एक डिजिटल सिस्टम में दर्ज की जाएगी।

  • कृषि निर्णय सहायक प्रणाली (Krishi Decision Support System): किसानों को सही समय पर फसल संबंधी सलाह मिलेगी।

  • किसान ई-मित्र (AI चैटबॉट): यह एक AI आधारित सिस्टम है, जो PM किसान सम्मान निधि योजना के बारे में किसानों के सवालों का जवाब देता है।

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मिट्टी की सेहत: समझें और सुधारें (Soil health: Understand And Improve It)

अच्छी फसल के लिए मिट्टी का स्वस्थ होना जरूरी है। सरकार ने 2014-15 से ‘Soil Health Card Scheme’ शुरू की है, जिसमें किसानों को उनकी मिट्टी की जांच रिपोर्ट दी जाती है। इस कार्ड में मिट्टी में पोषक तत्वों (Nitrogen, Phosphorous, Potash etc) की मात्रा और उर्वरकों (Fertilizers) की सही मात्रा के बारे में सलाह दी जाती है।

मिट्टी जांच के लिए देशभर में लैब्स (Labs Across The Country For Soil Testing)

  • 1068 स्थिर मिट्टी परीक्षण प्रयोगशालाएं

  • 163 मोबाइल मिट्टी परीक्षण प्रयोगशालाएं

  • 6376 मिनी सॉइल टेस्टिंग लैब्स

  • 665 गांव स्तरीय मिट्टी जांच केंद्र

31 मार्च 2025 तक 24.90 करोड़ सॉइल हेल्थ कार्ड किसानों को दिए जा चुके हैं। इसके साथ ही, किसानों को जागरूक करने के लिए 7 लाख डेमो, 93,781 ट्रेनिंग प्रोग्राम और 7,425 किसान मेलों का आयोजन किया गया है।

Promoting New Technology In Agriculture: किसानों की ताकत बन रहा ड्रोन, डिजिटल खेती और मिट्टी की सेहत

आईसीएआर की नई तकनीकें: खेती को बनाएं आसान (ICAR’s New Technologies: Make Farming Easier)

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के संस्थान ड्रोन स्प्रेयर सिस्टम, AI आधारित मोबाइल डिवाइस और रोबोटिक मशीनों पर रिसर्च कर रहे हैं। कुछ नई तकनीकें हैं:

  • स्मार्ट स्प्रेयर: अनार के बागानों के लिए

  • रोबोटिक हार्वेस्टर: पॉलीहाउस में उगाए गए टमाटर के लिए

  • ऑटोमेटिक वीडर: खरपतवार हटाने के लिए

  • वॉटर स्ट्रेस इंडेक्स: फसलों में पानी की कमी का पता लगाने के लिए

  टेक्नोलॉजी और सरकारी योजनाएं बदल रही हैं खेती (Technology And Government Schemes Are Changing Agriculture)

आज किसान ड्रोन, डिजिटल टूल्स और मिट्टी की जांच (Farmers Drones, Digital Tools and Soil Testing) जैसी आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करके अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं। सरकार की योजनाएं जैसे नमो ड्रोन दीदी, डिजिटल कृषि मिशन और सॉइल हेल्थ कार्ड किसानों के लिए वरदान साबित हो रही हैं। अगर हर किसान इन तकनीकों का फायदा उठाए, तो भारत की खेती और भी समृद्ध हो सकती है।

 

सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।

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