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गुजरात के गिर सोमनाथ जिले के जशापुर गिर गांव के निवासी चेतन कंजिभाई मेंडापारा, अपने कृषि स्टार्टअप (Agriculture Startups) के माध्यम से न केवल खुद को स्थापित कर चुके हैं, बल्कि वैश्विक बाजार में भारतीय कृषि उत्पादों की पहचान भी बना रहे हैं। 2 नवंबर 1998 को जन्मे चेतन, MSc. Horticulture की पढ़ाई पूरी करने के बाद ‘Hortica Foods LLP’ के निदेशक बने। वे ताजे फल, सब्जियां, मसाले, फ्रोज़न फूड और किराने के सामान के वैश्विक निर्यात में अग्रणी हैं।
कृषि से स्टार्टअप तक का सफर
चेतन के करियर की शुरुआत पारंपरिक खेती से हुई थी। वे बताते हैं: “मैंने देखा कि किसान अपनी मेहनत का पूरा मुनाफा नहीं कमा पाते। मेरी पढ़ाई ने मुझे समझाया कि मूल्य संवर्धन (Value Addition) और निर्यात के जरिए इस समस्या को हल किया जा सकता है।” इस सोच के साथ उन्होंने ‘Hortica Foods LLP’ की स्थापना की। उनका कृषि स्टार्टअप (Agriculture Startups) न केवल भारतीय उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहुंचाता है, बल्कि किसानों को बेहतर मूल्य भी दिलाता है।
वैश्विक निर्यात का विस्तार
चेतन का कृषि स्टार्टअप (Agriculture Startups) आज ताजे फलों और सब्जियों, जैसे कि आम, अनार, हरी मिर्च, और फ्रोज़न फूड्स के साथ-साथ भारतीय मसालों का भी निर्यात करता है।
- उत्पाद की गुणवत्ता
चेतन बताते हैं, “हमारे उत्पाद शुद्धता और ताजगी के लिए जाने जाते हैं। निर्यात के लिए हमने अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन करना सीखा और किसानों को भी इसमें प्रशिक्षित किया।” - निर्यात बाजार
उनके उत्पाद अमेरिका, यूरोप, और खाड़ी देशों सहित कई वैश्विक बाजारों में लोकप्रिय हैं।
प्राप्त सम्मान और पुरस्कार
चेतन की मेहनत और दूरदर्शिता ने उन्हें कई पुरस्कार दिलाए हैं:
- बेस्ट स्टार्टअप अवार्ड: कृषि क्षेत्र में नवाचार के लिए।
- यंग एक्सपोर्टर अवार्ड: युवा उद्यमियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए।
- धर्तिपुत्र अवार्ड: भारतीय कृषि को वैश्विक मंच पर लाने के लिए।
- मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड: अपनी आय और योगदान के लिए।
चेतन कहते हैं, “ये पुरस्कार मुझे और मेहनत करने और किसानों के लिए नए अवसर पैदा करने की प्रेरणा देते हैं।”
स्थानीय किसानों के लिए योगदान
चेतन का कृषि स्टार्टअप (Agriculture Startups) न केवल खुद लाभ कमा रहा है, बल्कि स्थानीय किसानों को भी नए अवसर प्रदान कर रहा है:
- मूल्य संवर्धन: किसानों को उनके उत्पादों के लिए उचित मूल्य मिलता है।
- प्रशिक्षण: किसानों को निर्यात मानकों के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।
- नवाचार: किसानों को नई तकनीकों, जैसे जैविक खेती और आधुनिक सिंचाई प्रणाली, का उपयोग सिखाया जाता है।
सरकारी योजनाओं का लाभ और उनकी दृष्टि
चेतन ने अभी तक किसी सरकारी योजना का सीधा लाभ नहीं लिया है, लेकिन उनका मानना है कि इन योजनाओं का सही उपयोग करके किसान अपने व्यवसाय को और भी सफल बना सकते हैं। वे कहते हैं, “मैं चाहता हूं कि सरकार स्टार्टअप्स को और अधिक प्रोत्साहन दे और किसानों को बाजार से सीधे जोड़ने के लिए योजनाएं बनाए।”
चुनौतियां और समाधान
कृषि उत्पादों के निर्यात में कई चुनौतियां आती हैं, जैसे अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन, लॉजिस्टिक्स, और गुणवत्ता बनाए रखना। चेतन बताते हैं:
“शुरुआत में हमें उत्पादों की गुणवत्ता को लेकर समस्याएं आईं। लेकिन हमने गुणवत्ता नियंत्रण के लिए विशेषज्ञों को शामिल किया और किसानों को भी सिखाया।” उनकी टीम ने आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया, जिससे उनकी लॉजिस्टिक्स और स्टोरेज क्षमता में सुधार हुआ।
आर्थिक प्रभाव
चेतन का कृषि स्टार्टअप (Agriculture Startups) आज 21-30 लाख रुपये की वार्षिक आय उत्पन्न कर रहा है। यह उपलब्धि न केवल उनकी मेहनत को दर्शाती है, बल्कि इस बात को भी प्रमाणित करती है कि नवाचार और सही दृष्टिकोण से खेती को एक लाभदायक व्यवसाय बनाया जा सकता है।
भविष्य की योजनाएं
चेतन का सपना अपने कृषि स्टार्टअप (Agriculture Startups) को और ऊंचाई तक ले जाना है। वे भारतीय कृषि उत्पादों को और अधिक देशों में पहुंचाना चाहते हैं। वे कहते हैं, “मेरा लक्ष्य है कि मैं भारत को वैश्विक खाद्य बाजार में एक मजबूत पहचान दिलाऊं और किसानों को आत्मनिर्भर बनाऊं।” इसके अलावा, वे किसानों के लिए एक कोल्ड स्टोरेज और प्रसंस्करण यूनिट स्थापित करने की योजना बना रहे हैं।
चेतन का कृषि स्टार्टअप और भारतीय कृषि में योगदान
चेतन कंजिभाई मेंडापारा के कृषि स्टार्टअप (Agriculture Startups) ने भारतीय कृषि क्षेत्र में नवाचार और वैश्विक निर्यात के क्षेत्र में एक नई दिशा प्रदान की है। उनका यह स्टार्टअप भारतीय उत्पादों को वैश्विक बाजारों में पहचान दिलाने का एक बेहतरीन उदाहरण है, जो दूसरे किसानों और कृषि उद्यमियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुका है।
निष्कर्ष
चेतन कंजिभाई मेंडापारा की कहानी उन सभी के लिए प्रेरणा है, जो कृषि को एक पारंपरिक व्यवसाय से आगे ले जाकर इसे नवाचार और तकनीकी से जोड़ना चाहते हैं। उनकी मेहनत, दृष्टि और समर्पण ने न केवल उन्हें बल्कि उनके साथ जुड़े किसानों को भी लाभ पहुंचाया है। उनकी यात्रा यह साबित करती है कि सही दिशा में किया गया प्रयास न केवल व्यक्तिगत सफलता दिला सकता है, बल्कि सामुदायिक और राष्ट्रीय स्तर पर भी सकारात्मक बदलाव ला सकता है।
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